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इस एक्टर ने एमजीआर से लेकर सिम्बु तक तमिल सिनेमा के सभी टॉप सितारों के साथ काम किया है.
नई दिल्ली. तमिल सिनेमा में सिर्फ कॉमेडी ही नहीं, बल्कि चरित्र अभिनेता के रूप में भी प्रसिद्ध अभिनेता वी.के.आर, जिन्हें वी.के.रामासामी के नाम से जाना जाता है. उन्होंने 55 सालों तक 5 पीढ़ियों के साथ काम किया है. विरुधुनगर में जन्मे कंदन रामासामी, जिन्हें वी.के.रामासामी के नाम से जाना जाता है. जिन्होंने बचपन में ही कामराजर के प्रति प्रेम के कारण स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया. साथ ही, सिनेमा के प्रति भी उनकी गहरी रुचि थी. इसी कारण वी.के.रामासामी ने 7 साल की उम्र में नाटकों में अभिनय करना शुरू किया.

15 साल की उम्र में उन्होंने ‘त्याग उल्लम’ नाटक में बैंकर शण्मुगम पिल्लई का किरदार निभाया. इस नाटक को देखकर एवी मय्यप्पा चेट्टियार को नाटक और वी.के.रामासामी का अभिनय बहुत पसंद आया. छह साल बाद, जब एवी मय्यप्पा चेट्टियार ने फिल्म निर्माण में कदम रखा, तो उन्होंने ‘त्याग उल्लम’ नाटक के अधिकार खरीदकर ‘नम इरुवर’ नामक फिल्म बनाई.

‘नम इरुवर’ फिल्म में वी.के.रामासामी को नाटक में निभाए गए बैंकर शण्मुगम पिल्लई का ही किरदार दिया गया. फिल्म में किरदार की उम्र 60 साल थी, जबकि वी.के.रामासामी की असली उम्र 21 साल थी. इसके बाद वी.के.रामासामी ने तमिल सिनेमा के लगभग सभी शीर्ष सितारों के साथ काम किया.

वी.के.रामासामी जब नाटक अभिनेता थे, तब उनके साथ काम करने वाले शिवाजी गणेशन थे. बाद में दोनों तमिल सिनेमा में करीबी दोस्त बन गए. वी.के.आर कमल हासन और रजनीकांत के भी बहुत करीबी थे. खासकर कमल हासन की तरह ही सिनेमा को प्यार करने वाले वी.के.रामासामी ने सिनेमा में कमाए पैसे को सिनेमा में ही निवेश कर कई फिल्में बनाई. हालांकि, शराब और रेसिंग जैसी कुछ बुरी आदतें भी उनमें थीं.

शराब और घुड़दौड़ के साथ-साथ सिनेमा में व्यस्त रहने वाले वी.के.रामासामी को प्यार भी हुआ. उन्होंने सूर्यकुमारी से प्यार किया और उनसे शादी की. इस दंपति के दो बेटे रघुनाथ और राजेंद्रन हैं. रघुनाथ ने ‘नींगलुम हीरो थान’ जैसी फिल्मों में अभिनय किया है. दूसरी ओर, अभिनेता एम.आर.राधा ने अपने नाटक मंडली में काम करने वाली रमणियम्माल से प्यार किया और उनसे शादी की. उनके दो बेटे रघु और रवि हैं. कुछ सालों बाद, दोनों के बीच मतभेद के कारण वे अलग हो गए.

इस बीच, एम.आर.राधा ने एमजीआर को गोली मारने के मामले में जेल की सजा काटी. उस समय, रमणियम्माल ने फिर से नाटकों में काम करना शुरू किया और अपने बच्चों की परवरिश की. एक समय पर, उन्होंने वी.के.रामासामी के नाटक समूह में भी काम किया. रमणियम्माल की जीवन परिस्थितियों और उनके दुखों का सामना करने की क्षमता को देखकर वी.के.रामासामी ने उनसे प्यार का इजहार किया. बिना साथी के असुरक्षित जीवन जी रही रमणियम्माल ने अपने बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए वी.के.आर के प्यार को स्वीकार कर लिया और उनकी दूसरी पत्नी बन गईं.

रमणियम्माल के प्रति वी.के.आर के प्यार का उदाहरण उनके दोनों बेटों की परवरिश है. उन्होंने दोनों को अपने गोद लिए हुए बच्चों के रूप में स्वीकार किया और उन्हें अपनी विरासत घोषित किया. वी.के.आर ने दोनों बेटों को अपने बच्चों की तरह पाला.

बड़े बेटे रघु ने ‘विग्नेश्वर’, ‘कट्टापंचायथु’, ‘सुंदरपांडियन’ जैसी फिल्मों का निर्देशन किया है. अपने सिनेमा के सपने को पूरा करने वाले वी.के.रामासामी ही थे. यह रघु ने हाल ही में एक साक्षात्कार में बताया. एक दिलचस्प बात यह है कि वी.के.रामासामी ने अपने करीबी दोस्त एम.आर.राधा को लेकर एक फिल्म बनाई थी. इसके बाद ही उन्होंने उनकी पत्नी से शादी की.

सिनेमा में लगातार काम करने वाले वी.के.रामासामी का 76 साल की उम्र में मधुमेह और हृदय रोग के कारण निधन हो गया. तमिल सिनेमा के नवरसों को समाहित करने वाले महान कलाकार और बिना किसी विरोधी के अभिनेता वी.के.रामासामी की आखिरी फिल्म सिम्बु की ‘कादल अज़िवधिल्लै’ थी.