Ind vs Eng 5th Test: भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के आखिरी टेस्ट मैच में ओवल के मैदान पर उस वक्त माहौल गरमा गया जब टीम इंडिया के उप-कप्तान केएल राहुल और अंपायर कुमार धर्मसेना के बीच मैदान पर ही तीखी बहस हो गई. विवाद इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान प्रसिद्ध कृष्णा और जो रूट के बीच जुबानी जंग के बाद शुरू हुआ, जिसने क्रिकेट के इस जेंटलमेन गेम को कुछ देर के लिए गर्मागर्म बहस का मंच बना दिया.
कैसे शुरू हुआ विवाद?
यह घटना इंग्लैंड की पारी के 22वें ओवर में घटी. तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा ने एक बाउंसर से जो रूट को चकमा दिया, जिसके बाद उन्होंने इंग्लिश बल्लेबाज को कुछ कह डाला. इसके जवाब में रूट ने अगली ही गेंद पर चौका जड़ा और फिर प्रसिद्ध के ऊपर कुछ तंज कसा. इस पर प्रसिद्ध फिर से कुछ प्रतिक्रिया देते हुए नजर आए.
इस टकराव को शांत कराने के लिए अंपायर कुमार धर्मसेना बीच में आए और उन्होंने प्रसिद्ध कृष्णा को चेतावनी दी. यहीं से बहस का रुख केएल राहुल और अंपायर धर्मसेना की ओर मुड़ गया.
केएल राहुल और अंपायर में तीखी बहस
धर्मसेना के केवल प्रसिद्ध को ही चेतावनी देने पर राहुल ने अंपायर से बहस शुरू कर दी और सवाल किया, “आप क्या चाहते हैं? हम केवल चुपचाप खेलते रहें?”
जिस पर धर्मसेना ने कहा, “अगर आप बल्लेबाजी कर रहें हों तो क्या आपको सही लगेगा कि कोई गेंदबाज आपके पास आकर कुछ कहे? इसलिए नहीं राहुल, आप ऐसा नहीं कर सकते.”
राहुल ने फिर पलटकर जवाब दिया, “तो आप चाहते हैं हम सिर्फ बैटिंग करें, बॉलिंग करें और वापस घर चले जाएं?”
इस बातचीत के अंत में धर्मसेना ने सख्त लहजे में कहा, ” हम मैच खत्म होने के बाद इस पर बात करेंगे… आप मुझसे इस तरह से बात नहीं कर सकते हैं.”
क्या होगी कोई सजा?
अब सवाल यह है कि क्या इस बहस के लिए केएल राहुल और प्रसिद्ध कृष्णा के खिलाफ कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी? आईसीसी के नियमों के अनुसार, अंपायर के साथ इस तरह की बहस को लेवल-1 या लेवल-2 अपराध की श्रेणी में रखा जा सकता है. इसके तहत खिलाड़ी पर जुर्माना, डिमेरिट पॉइंट और भविष्य के मैचों में सस्पेंशन तक का खतरा हो सकता है.
हालांकि, अभी तक अंपायर या मैच रेफरी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.