Mantra Vigyan: मंत्र विज्ञान भारत की प्राचीन और आध्यात्मिक परंपराओं में काफी महत्वपूर्ण है. ये मात्र धार्मिक कर्मकांड का ही हिस्सा नहीं, बल्कि ध्वनि कंपन और ऊर्जा से भरी एक विद्या भी है, जिसका प्रभाव हमारे मन, मस्तिष्क और शरीर पर पड़ता है.
मंत्र विज्ञान के अनुसार 1 ग्लास पानी बीमारियों को खत्म करने में सहायक साबित हो सकता है. मंत्र विज्ञान में पानी को मंत्रित करके पीने से बीमारियों को दूर करने का विधान बताया गया है. आइए जानते हैं इसके बारे में
जानें इस खास मंत्र के बारे में
मंत्र विज्ञान में 1 खास तरह का मंत्र है, जिसे औषधि मंत्र भी कहा जाता है. यदि आप इस मंत्र को पानी के सामने पढ़ते हैं तो मंत्र के प्रभाव से पानी मंत्रित हो जाता है. फिर आप जब इस पानी को पीते हैं, तो धीरे-धीरे निश्चित रूप से आपकी बीमारियों खत्म होने लगती है.
- पानी का पात्र अगर सोने, चांदी, पीतल या तांबे का हो तो और भी बेहतर है.
- पात्र लोहे का नहीं होना चाहिए.
- लोहे के अलावा किसी भी धातु से बने पात्र में पानी भरें और पात्र के सामने विशेष मंत्र का कम से कम 27 बार जाप करें.
- इस उपाय को 27 दिन लगातार करने से शरीर से धीरे-धीरे बीमारियां दूर होती चली जाएगी.
विशेष मंत्र- ॥ ॐ ह्रीं अर्ह णमो सव्वोसहि पत्ताणं झौं झौं नमः ॥
आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति के मुताबिक पानी न केवल शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह कई बीमारियों को ठीक करने या कम करने में भी मददगार होता है.
लेकिन ध्यान देने वाली बात ये है कि पानी कोई चमत्कारी औषधि नहीं है, अपितु यह आपकी जीवनशैली, खान-पान और मानसिक स्थिति के साथ मिलकर काम करता है.
सुबह खाली पेट पानी पीना के लाभ (Water Therapy)
- सुबह उठकर खाली पेट 4-5 गिलास गुनगुना पानी पीने से शरीर डिटॉक्स यानी शरीर के अंदर से गंदगी बाहर निकलती है.
- यह कब्ज, एसिडिटी, मोटापा, स्किन प्रॉब्लम्स और ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं में लाभकारी है.
गुनगुना पानी और पाचन
- खाने से पहले और बाद में गुनगुना पानी पीने से पाचन क्रिया सही होती है. इसके साथ ही कभी भी अपच या कब्ज की समस्या नहीं सताती है.
- गुनगुना पानी के सेवन से एसिडिटी, गैस और अपच जैसी समस्याओं में राहत मिलती है.
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