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Bollywood Blockbuster Movie : हर फिल्म की अपनी डेस्टिनी होती है. जिस फिल्म के टाइटल को सुनकर हर किसी ने मजाक उड़ाया, वही ब्लॉकबस्टर निकली. डायरेक्टर-प्रोड्यूसर से जो भी फिल्म का टाइटल सुनता था, वो एक ही बात कहता था कि यह भी कोई फिल्म का टाइटल है क्या? सबसे दिलचस्प बात यह है कि फिल्म में विलेन के किरदार को एक्शन हीरो से ज्यादा पसंद किया गया. फिल्म ने रिलीज होते ही इतिहास रच दिया. फिल्म का म्यूजिक, कहानी, डायलॉग लोगों की जुबान पर चढ़ गए. फिल्म का क्रेज आज भी देखने को मिलता है. मूवी को इश्क के जुनून और दीवानगी का दूसरा नाम माना जाता है.
‘लम्हे’ के बाद यश चोपड़ा ने एक और शानदार फिल्म बनाई. नाम था : डर जो 24 दिसंबर 1993 को रिलीज हुई थी. डर फिल्म की कहानी इश्क के जुनून की थी. फिल्म में लैला-मजनू के जैसी सच्चाई थी. रोमियो-जूलियट के दिल में जैसी दीवानगी थी. हीर-रांझा के गीतों जैसी तड़प थी मगर फिल्म में एक और बात थी जो आज तक किसी प्रेम कहानी में नहीं दिखी थी, वो थी डर. यह एक एक्शन थ्रिलर फिल्म थी जिसमें सनी देओल, शाहरुख खान और जूही चावला लीड रोल में नजर आए थे. फिल्म की कहानी, स्क्रीनप्ले हनी ईरानी ने लिखा था. हनी ईरानी ने लम्हे फिल्म की भी कहानी लिखी थी. वो जावेद अख्तर की पहली पत्नी हैं. बाद में दोनों का तलाक हो गया था.

फिल्म का डायरेक्शन-प्रोडक्शन यश चोपड़ा ने किया था. म्यूजिक शिव-हरि का था. गीतकार आनंद बक्शी थे. फिल्म में 42 मिनट की लेंग्थ के 7 गाने रखे गए थे. फिल्म का म्यूजिक सुपरहिट रहा था. 3 करोड़ के बजट में बनी डर फिल्म ने 21 करोड़ का वर्ल्डवाइड कलेक्शन किया था. यह एक ब्लॉकबस्टर फिल्म साबित हुई थी. डर 1993 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली तीसरी फिल्म थी.

यश चोपड़ा ने अपने बेटे उदय चोपड़ा को दिए एक इंटरव्यू में बताया था, ‘डर फिल्म का टाइटल सुनकर सब लोग हंस पड़ते थे. सब कहते थे कि ये क्या टाइटल है. डर श्बद किसी फिल्म का टाइटल कैसे हो सकता है. डर कोई फिल्म होती है क्या? हम लोग बताते थे कि डर शब्द ही फिल्म के टाइटल को सूट करता है. फिल्म की कास्टिंग में बहुत फेरबदल हुआ था. सनी देओल के अलावा आमिर खान से बात फाइनल हो गई थी लेकिन उसे लग रहा था कि फिल्म का निगेटिव रोल उनके करियर को डुबा देगा, इसलिए फिल्म छोड़ दी. फिर संजय दत्त और अजय देवगन को फिल्म ऑफर की गई लेकिन उन्होंने रोल करने से इनकार कर दिया. सब निगेटिव रोल करने से डर रहे थे. फिर शाहरुख खान से मुलाकात हुई. शाहरुख ने कहा कि वो फिल्में निगेटिव रोल्स में कर चुके हैं. फिर तो शाहरुख खान के साथ हमेशा के लिए रिश्ता जुड़ गया. वो हमारे परिवार का हिस्सा बन गया. वो एक्टर से ज्यादा बहुत अच्छा इंसान है. वो दूसरी की समस्याओं-दिक्कतों को समझता है.’

पिता के साथ इंटरव्यू में उदय चोपड़ा ने डर फिल्म से जुड़ा एक और दिलचस्प किस्सा शेयर किया था. उन्होंने कहा था, ‘मैं और ऋतिक रोशन एक हॉलीवुड मूवी डेड कॉम देख रहे थे. हम दोनों ने यह फिल्म आदित्य चोपड़ा को दिखाने का फैसला किया. आदित्य ने फिल्म देखी. उसे फिल्म बहुत पसंद आई. इस तरह से ‘डर’ फिल्म का आइडिया आया. यहां तक कि फिल्म का टाइटल ‘डर’ ऋतिक रोशन ने दिया था. आदित्य चोपड़ा ने कहा था कि मैं यह फिल्म बनाऊंगा.’

‘डर’ फिल्म आमिर खान को भी ऑफर हुई थी लेकिन उन्होंने फिल्म रिजेक्ट कर दी थी. इस बारे में आमिर खान ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘फिल्म में जब एक से ज्यादा हीरो लीड रोल में होते हैं तो मैं सभी के साथ बैठकर कहानी सुनना पसंद करता हूं. जिसे हम ज्वाइंट नैरेशन कहते हैं. मुझे ज्वाइंट नैरेशन चाहिए था लेकिन यश चोपड़ा इसके लिए तैयार नहीं थे. उनकी जो भी वजह रही हो, मैंने उनसे कहा कि मैं सनी देओल के साथ ज्वाइंट नैरेशन चाहता हूं. उनका काम करने का स्टाइल अलग था. उन्होंने मुझे फोन किया और कहा कि अगली बार काम करते हैं. इस बार रहने दो. उन्होंने मुझे फिल्म से हटाया था. मैंने फिल्म नहीं छोड़ी बल्कि उन्होंने मुझे फिल्म से निकाला था.’

कहा जाता है ‘डर’ फिल्म में सनी देओल ने गुस्से में अपनी जींस फाड़ दी थी. फिल्म के लास्ट सीन में, शाहरुख खान सामने से सनी देओल को चाकू मारते हैं. सनी देओल ब्लैक कमांडो के रोल थे. उनका कहना था कि आखिर एक दुबला-पतला सा लड़का कैसे ब्लैक कमांडो को सामने से चाकू मार देगा? इस सीन से सनी देओल डायरेक्टर यश चोपड़ा से खुश नहीं थे.

एक इंटरव्यू में सनी देओल ने सिर्फ इतना कहा था, ‘गुस्सा हर इंसान में होता है. मेरा गुस्सा कुछ ज्यादा ही टेढ़ा होता है. वैसे मैं अपने आपको काफी काबू में रखता हूं. यश चोपड़ा के साथ मैंने डर फिल्म की थी. यह एक अच्छी फिल्म थी. हां उसमें थोड़ी सी उलझनें आईं जिसकी वजह से मुझे सेट पर गुस्सा आ गया था. मैं अपने सीनियर्स की रिस्पेक्ट करता हूं. मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं गलत हूं या वो गलत हैं. मेरा कहना था कि वो मुझे सामने से चाकू मार देगा तो मैं फिर कमांडो कहां का रहा? मैंने गुस्से में अपने हाथ जींस में की जेब में डाले और गुस्सा निकाला. पता नहीं कैसे जींस फट गई.’

‘डर’ फिल्म के बाद सनी देओल ने कभी भी यशराज फिल्म्स के लिए काम नहीं किया. शाहरुख खान के साथ भी उन्होंने फिर कोई फिल्म नहीं की. दोनों के बीच कड़वाहट पर कई कहानियां बनाई गईं. शाहरुख खान से रिश्ते के बारे में सनी देओल ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘आजकल हम दोनों की दो-तीन बार मुलाकात हुई है. मुझे उनसे कुछ काम भी था. हमारे बीच अच्छी बातचीत हुई. किसी के साथ मेरे रिश्ते बिगड़े हैं, ऐसा कुछ नहीं है.’

यह भी सच है कि फिल्म इंडस्ट्री में ज्यादातर एक्टर-एक्ट्रेस लव स्टोरी से अपना करियर शुरू करते हैं. शाहरुख खान ने निगेटिव रोल से अपने करियर की शुरुआत की. करियर की शुरुआत में दीवाना, बाजीगर, डर और अंजाम फिल्म में निगेटिव किरदार निभाए. शाहरुख खान ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘मुझे करियर की शुरुआत में वही रोल मिले, जिन्हें बाकी एक्टर्स रिजेक्ट कर चुके थे. चाहे बात बाजीगर की हो या फिर डर की. मुझे लगा कि हीरो वाली लाइन चले या ना चले, विलेन के रोल करके मैं अपना करियर बना लेता हूं. मैं थिएटर से था, फिल्म लाइन से नहीं था, इसलिए तो मुझे यह मालूम नहीं था कि हीरो टाइप रोल क्या होता है? मेरा कोई माई-बाप तो था नहीं.

शाहरुख खान ने कहा था, ‘मुझे लगा कि एक्टिंग का रोल है. फिल्म देखने के बाद मेरे बहुत से दोस्तों ने कहा कि मैंने गलत कर दिया है. मेरा करियर खत्म हो जाएगा. जनता को अच्छे रोल और अच्छी कहानियां पसंद हैं, मेरी किस्मत अच्छी थी कि जमाना थोड़ा सा बदल रहा था, यंग जनरेशन को मैं पसंद आया.’

‘डर’ फिल्म का एक डायलॉग बहुत मकबूल है. क..क…किरण… इस बारे में शाहरुख खान ने कहा था, ‘मुझे बहुत अजीब लगता है. जैसे लोग सुनाते हैं, मेरी आवाज वैसी बिल्कुल भी नहीं है. वो डायलॉग था. ‘आई लव यू…क..क…किरण. जो मेरी मिमिक्री करते हैं वो पता नहीं अंगड़ाई क्यों लेने लगते हैं. मैं बहुत ही परेशान हो जाता हूं. मैंने तो इस चक्कर में हकलाना छोड़ दिया. वर्ना पहले मैं बहुत हकलाता था. मेरा बेटा भी उसी तरह की नकल करता है.’

डर फिल्म शाहरुख खान के करियर का टर्निंग पाइंट साबित हुई. यश चोपड़ा कैंप से शाह्रुख खान हमेशा के लिए जुड़ गए. यश चोपड़ा कैंप ने ही उन्हें इंडस्ट्री में स्थापित कराया और ‘किंग खान’ बनकर उभरे. डर फिल्म के रिलीज के समय एक वीडियो मैसेज भी जारी किया गया था. इस मैसेज में शाहरुख ने फिल्म को लेकर कहा था, ‘डर एक साइकोलॉजिकल फिल्म है, एक मनोवैज्ञानिक फिल्म. मेरा किरदार इस फिल्म में बहुत अलग है. ऐसा किरदर जो मैंने आज तक किसी फिल्म में नहीं किया है, शायद अपनी पूरी जिंदगी में ऐसा किरदार ना करूं.’
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