उपवर्गीकरण आरक्षण पर आक्रोश: कलेक्ट्रेट में दीवार और गेट पर चढ़े आंदोलनकारी
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उत्तर प्रदेश के आगरा में अनुसूचित जाति व जनजाति के आरक्षण में उप वर्गीकरण को लेकर बुधवार को सड़क से कलेक्ट्रेट तक आक्रोश भड़का। नीला झंडा लेकर हजारों लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे। डीसीपी ने ज्ञापन लेना चाहा, लेकिन आक्रोशित लोग डीएम को ज्ञापन सौंपने की मांग पर अड़ गए। करीब 30 मिनट डीसीपी दफ्तर के बाहर धरना प्रदर्शन हुआ। बारिश में भीगते हुए डीएम भानु चंद्र गोस्वामी ज्ञापन लेने के लिए पहुंचे।
सुबह 10 बजे से ही शहर में भारत बंद का समर्थन करते हुए प्रदर्शन शुरू हो गए। किशोरपुरा, टेढ़ी बगिया, भगवान टॉकीज, पंचकुइंया, धनौली, बिजली घर से अलग-अलग जत्थों में लोग कलेक्ट्रेट की तरफ कूंच किया। कलेक्ट्रेट पर पहुंचते ही व्यवस्थाएं चरमरा गई। कई लोग कलक्ट्रेट के गेट और दीवारों पर चढ़ गए। डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने ज्ञापन देने को कहा। लेकिन, आंदोलनकारी डीएम को ही ज्ञापन देने पर अड़ गए।
करीब 30 मिनट तक डीसीपी सिटी दफ्तर के सामने जमीन पर बैठकर धरना प्रदर्शन और नारेबाजी की। डीसीपी सिटी ने डीएम को अवगत कराया। बारिश में छाता लेकर डीएम प्रदर्शनकारियों के बीच पहुंचे। राष्ट्रपति और राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन लिया। जिसमें एससी एसटी आरक्षण से छेड़छाड़ का विरोध दर्ज कराया और इसे 9वीं अनुसूची में शामिल करने का आह्वान किया।
एकजुट नजर आया विपक्ष
कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन के दौरान विपक्ष एकजुट नजर आया। बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी, भीम आर्मी, भीम युवा व अन्य संगठनों ने शक्ति प्रदर्शन किया। सभी ने डीएम को अलग-अलग ज्ञापन दिया। जिसमें सभी ने एक ही मांग रखी कि एससी एसटी आरक्षण में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया जाए।