Jaya Ekadashi 2025: जया एकादशी का दिन बहुत लाभकारी माना जाता है. शास्त्रों के अनुसार इस व्रत को करने से कुयोनि से मुक्ति मिलती है, व्यक्ति जन्म-मरण के बंधन से मुक्त हो जाता है. जया एकादशी पर भगवान विष्णु को प्रसन्न करना है तो पूजा में उनके प्रिय भोग अर्पित करें. इस साल हिंदू पंचांग के अनुसार, 8 फरवरी, 2025 को जया एकादशी (Jaya Ekadashi 2025) का व्रत रखा जाएगा.
जया एकादशी का भोग (Jaya Ekadashi 2025 Bhog)
धन-वैभव का आशीर्वाद – एकादशी के दिन भगवान विष्णु को पंचामृत का भोग जरूर लगाएं, यह भगवान विष्णु प्रिय भोग है. मान्यता है पंचामृत का भोग लगाने से प्रभु घर में धन वैभव की कभी कमी नहीं होने का आशीर्वाद देते हैं.
ग्रहों की अशुभता से मुक्ति – जया एकादशी पर विष्णु जी को पंजीरी का भोग लगाना बेहद शुभ माना जाता है. मान्यता है कि पंजीरी का भोग लगाने से अशुभ ग्रहों के बुरे प्रभाव से छुटकारा मिलता है.
सुख, समृद्धि और सौभाग्य – जया एकादशी पर श्रीहरि को केले का भोग लगाना चाहिए. पके हुए पीले केले के भोग से प्रभु अत्यंत प्रसन्न होते हैं, सुख-समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति के लिए इस दिन केले का दान करना शुभ होता है.
धन लक्ष्मी होंगी प्रसन्न – अगर आप विष्णु जी को खीर का भोग लगाना चाहते हैं तो एकादशी के दिन मखाने की खीर अर्पित करें. इस दिन चावल की खीर न बनाएं. भगवान विष्णु की मखाने की खीर का भोग लगाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं. इसमें केसर जरुर डालें.
भोग में तुलसी क्यों है जरुरी
भगवान विष्णु के शालिग्राम स्वरूप ने तुलसी से विवाह किया था, तुलसी के बिना विष्णु जी की पूजा अधूरी मानी जाती है. भोग में तुलसी न हो तो श्रीहरि उसे स्वीकार नहीं करते हैं ऐसी पौराणिक मान्यता है. यही वजह है कि कान्हा जी, राम जी और विष्णु जी के समस्त अवतारों की पूजा में तुलसी का प्रयोग अवश्य किया जाता है.
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