तिरुपति बालाजी मंदिर में मिलावटी घी वाले लड्डू को लेकर उपजे विवाद के बाद सरकार पूरे मामले की सीबीआई जांच करा रही है। इस मामले की जांच के लिए सीबीआई अधिकारियों के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है। ताजा घटनाक्रम में इस एसआईटी ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। कार्रवाई के संबंध में सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि ‘लड्डू प्रसादम् में मिलावटी घी के इस्तेमाल’ मामले में कार्रवाई की गई है। जांच अधिकारी इस प्रकरण के तमाम पहलुओं पर गहन जांच कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर जांच कर रही है एसआईटी
बता दें कि आंध्र प्रदेश में तिरुमला पहाड़ी पर स्थित श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में दिए जाने वाले प्रसिद्ध तिरुपति लड्डू में कथित मिलावट का मामला पिछले साल सामने आया था। मामले की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रभावित पक्ष इस प्रकरण को सुप्रीम कोर्ट तक ले गया। लोकआस्था से जुड़े इस मुद्दे पर शीर्ष अदालत ने बीते साल अक्तूबर में कहा था कि करोड़ों लोगों की आस्था से जुड़े इस मामले में राजनीतिक ड्रामा नहीं होना चाहिए। शीर्ष कोर्ट ने इस टिप्पणी के साथ एसआईटी जांच के निर्देश दिए थे।
गिरफ्तार लोगों की पहचान भी सामने आई
चार लोगों की गिरफ्तारी के मामले में रविवार को सीबीआई की एसआईटी से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार लोगों की पहचान विपिन जैन, पोमिल जैन, अपूर्व चावड़ा और राजू राजशेखरन के रूप में की गई है।
एसआईटी में कौन अधिकारी शामिल हैं
लड्डू बनाने में पशु वसा के इस्तेमाल के आरोपों की जांच के लिए पिछले साल नवंबर में पांच सदस्यीय एसआईटी का गठन किया था। इस टीम में केंद्रीय एजेंसी के दो अधिकारी, आंध्र प्रदेश पुलिस के दो अधिकारी और भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) के एक अधिकारी शामिल हैं।
वयोवृद्ध भाजपा सांसद ने शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया
भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी और वाईएसआरसीपी के राज्यसभा सांसद वाईवी सुब्बा रेड्डी सहित अन्य की याचिकाओं पर सुनवाई के बाद अक्तूबर, 202 में पारित आदेश में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि जांच की निगरानी सीबीआई निदेशक करेंगे। स्वामी इससे पहले भी धार्मिक आस्था से जुड़े कई मुद्दों पर कानूनी लड़ाई लड़ चुके हैं, जिसमें अयोध्या का राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवाद सबसे चर्चित मुकदमा है।