Maghi Purnima Prayagraj Jam: बुधवार 12 फरवरी 2025 को माघ पूर्णिमा या माघी पूर्णिमा पर प्रयागराज में महाकुंभ का पांचवा शाही स्नान किया जाएगा. शाही स्नान के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु महाकुंभ पहुंच रहे हैं. दूसरे राज्यों से भी सड़क के रास्ते लोग महाकुंभ पहुंच रहे हैं, जिस कारण पूरे शहर में भारी ट्रैफिक जाम है और ट्रैफिक व्यवस्था चोक हो चुकी है.
बता दें कि महाकुंभ के दौरान विशेष तिथियों में किए जाने वाले स्नान को अमृत स्नान और शाही स्नान कहा जाता है. बसंत पंचमी पर आखिरी अमृत स्नान किया गया था. इसके बाद भीड़ से कुछ राहत मिलने लगी थी. लेकिन माघ पूर्णिमा स्नान के लिए अचानक फिर से भीड़ बढ़नी शुरू हो गई और लगातार बढ़ रही है. इस कारण शहर में जगह-जगह डायवर्जन किया गया है और बाहरी चारपहिया वाहनों को बॉर्डर पर रोक दिया जा रहा है. साथ ही भारी ट्रैफिक जाम को देखते हुए महाकुंभ मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन (no vehicle zone) घोषित कर दिया गया है. ऐसे में ट्रैफिक व्यवस्था को देखते हुए अगर आप इस समय प्रयागराज जाने का विचार कर रहे हैं तो आपको काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
माघ पूर्णिमा पर स्नान का विशेष धार्मिक महत्व होता है. इसलिए दूसरे राज्यों से भी लोग संगम स्नान के लिए प्रयागराज आते हैं और कुंभ स्नान का पुण्य फल प्राप्त करते हैं. शास्त्रों में कुछ ऐसे उपाय बताए गए हैं, जिसका पालन कर आप घर पर रहकर भी पुण्य पा सकते हैं, आइये जानते हैं कैसे?
इस विधि से घर पर करें स्नान मिलेगा कुंभ स्नान जैसा पुण्य (Magh Purnima 2025 Snan at home)
- ट्रैफिक जाम के कारण अगर आप माघ पूर्णिमा पर शाही स्नान के लिए प्रयागराज महाकुंभ नहीं जा पा रहे हैं तो निराश होने की जरूरत नहीं है. आप अपने घर के समीप किसी नदी में जाकर भी स्नान कर सकते हैं. यह भी संभव न हो तो आप घर पर ही नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर भी स्नान कर सकते हैं.
- घर पर शाही स्नान करते समय कुंभ जैसा पुण्य फल पाने के लिए स्नान करते समय “गंगे च यमुने चैव गोदावरि सरस्वति. नर्मदे सिंधु कावेरी जलेस्मिन् सन्निधिं कुरू” मंत्र का उच्चारण करें. मंत्रोच्चारण नहीं कर सकते तो स्नान के दौरान मां गंगे का ध्यान जरूर करें.
- शास्त्रों के अनुसार महाकुंभ में संगम स्नान के समय 5 बार डुबकी लगाने का महत्व है. ऐसे में अगर आप अपने घर के समीप किसी नदी में स्नान करते हैं तो इस नियम का पालन करें. साथ ही माघ पूर्णिमा पर स्नान करते समय साबुन या शैम्पू आदि का इस्तेमाल न करें.
- माघ पूर्णिमा पर स्नान के बाद सूर्य को अर्घ्य दें और तुलसी में भी जल चढ़ाएं. इसके बाद जरूरतमंदों में दान करें. संभव हो तो माघ पूर्णिमा का व्रत रखें या सात्विक भोजन ही करें. इस दिन लहसुन-प्याज, तामसिक या मांसाहार भोजन भूलकर भी न करें.
- माघ पूर्णिमा पर किए जाने वाले शाही स्नान के दौरान मन में श्रद्धा और पवित्रता का होना जरूरी है. क्योंकि इस स्नान से शरीर और आत्मा दोनों शुद्ध हो जाता है. इसलिए घर पर भी इन नियमों का पालन करते हुए आप महाकुंभ स्नान जैसा पुण्य पा सकते हैं.
माघ पूर्णिमा 2025 स्नान मुहूर्त (Maghi Purnima 2025 Snan Time)
माघ पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 11 फरवरी शाम 6:55 से होगी और 12 फरवरी शाम 7:22 तक रहेगा. उदयातिथि के मुताबिक 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा होगी. इस दिन स्नान-दान के लिए सुबह 05:19 से 06:10 तक का समय शुभ रहेगा.
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