Shab-E-Barat Wishes 2025: मुस्लिम समुदाय के लोग श्रद्धाभाव के साथ शब-ए-बारात का त्योहार मनाते हैं. यह इस्लाम के महत्वपूर्ण त्योहारों में एक है, जिसे शाबान महीने के 14वीं और 15वीं दरमियानी रात को मनाया जाता है. इस साल शब-ए-बारात 13 फरवरी 2025 को है. मुसलमान शब-ए-बारात की रात इबादत, तिलावत और सखावत करते हैं. इसे मगफिरत की रात भी कहा जाता है, क्योंकि इस रात लोग अल्लाह से अपने गुनाहों की माफी भी मांगते हैं.
शब-ए-बारात के खास मौके पर अपनों के लिए अल्लाह से उनकी सलामती की दुआ जरूर करें और उन्हें इस दिन की मुबारकबाद भी दें. यहां देखिए शब-ए-बारात के बेहतरीन संदेश (Shab-E-Barat Wishes in Hindi).
रहमतों की आई है रात
दुआ है आप सदा रहें आबाद
दुआ में रखना हमें भी याद
मुबारक हो आपको ‘शब-ए-बारात’!
आज की शब रौशनी की जरूरत नहीं
आज चांद आसमान से मुस्कुराएगा,
तुम दुआओं का सिलसिला जारी रखना
रहमतों का गुलिस्तां जमीं पर आएगा
शब-ए-बारात मुबारक!
या अल्लाह मैं तुझसे मांगता हूं,
ऐसी माफी जिसके बाद कोई गुनाह ना हो,
ऐसी सेहत जिसके बाद कोई बीमारी ना हो,
ऐसी रजा जिसके बाद कोई नाराजगी ना हो।
शब-ए-बारात मुबारक!
रहमतों की आई है रात,
नमाजों का रखना साथ,
मनवा लेना रब से हर बात,
दुआ में रखना हमें भी याद,
शब-ए-बारात मुबारक!
अल्लाह तूने सुंदर जीवन दिया है,
तूने ही ये मुबारक रात दी है,
तू ही मेरा आने वाला कल संवारेगा,
तेरी रजा में ही मुझे खुशियां मिलेंगी.
शब-ए-बारात की मुबारकबाद 2025
आज है मौका इबादत का,
आज है मौका दुआओं का,
कल लो आज जी भर के अल्लाह को याद,
फिर यह दिन आएगा एक साल बाद.
शब-ए-बारात 2025 मुबारक
जवाब खुदा है हर सवाल का,
तु नए-नए सवाल ना बना,
ये रहमत की रात है बंदे
तु वबाल ना बना।
शब-ए-बारात मुबारक!
ये भी पढ़ें:Shab-E-Barat 2025: मुसलमान शब-ए-बारात क्यों मनाते हैं, इसकी हकीकत क्या है?
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.