Weekly Panchang 17 february – 23 february 2025: पंचांग के अनुसार 17 फरवरी 2025 को फाल्गुन माह के कृष्म पक्ष की पंचमी तिथि से नया सप्ताह शुरू हो रहा है. इसका समापन 23 फरवरी 2025 को फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि पर होगा. इन 7 दिनों में यशोदा जयंती, शबरी जयंती, कालाष्टमी, जानकी जयंती, आदि व्रत त्योहार आएंगे. कालाष्टमी का त्योहार भगवान काल भैरव को समर्पित है. इनकी आराधना से जीवन में समस्त संकटों का नाश होता है.
जानकी जयंती को लेकर धार्मिक मान्यताओं है कि इसी दिन राजा जनक को देवी सीता प्राप्त हुई थीं. मां सीता को माता लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है. मान्यता है कि इनकी आराधना जीवन में सुख-समृद्धि, धन ऐश्वर्य प्राप्त होताहै.
इस सप्ताह में शबरी जयंती भी मनाई जाएगी, मान्यता है कि शबरी माता की पूजा से श्रीराम प्रसन्न होते हैं. आइए जानते हैं 17 से 23 फरवरी 2025 तक के व्रत त्योहार, मुहूर्त, राहुकाल, ग्रह गोचर.
साप्ताहिक पंचांग 17 फरवरी से 23 फरवरी 2025, शुभ मुहूर्त, राहुकाल (Weekly Panchang 17 february 2025 – 23 february 2025)
17 फरवरी 2025 (Panchang 17 february 2025)
- तिथि – पंचमी
- पक्ष – कृष्ण
- वार – सोमवार
- नक्षत्र – चित्रा
- योग – शूल
- राहुकाल – सुबह 8.22 – सुबह 9.46
18 फरवरी 2025 (Panchang 18 february 2025)
- तिथि – षष्ठी
- पक्ष – कृष्ण
- वार – मंगलवार
- नक्षत्र – चित्रा
- योग – गण्ड
- राहुकाल – दोपहर 3.24 – शाम 4.49
19 फरवरी 2025 (Panchang 19 february 2025)
- तिथि – षष्ठी
- पक्ष – कृष्ण
- वार – बुधवार
- नक्षत्र – स्वाती
- योग – वृद्धि, रवि योग
- राहुकाल – दोपहर 12.35 – दोपहर 2.00
20 फरवरी 2025 (Panchang 20 february 2025)
- तिथि – सप्तमी
- पक्ष – कृष्ण
- वार – गुरुवार
- नक्षत्र – विशाखा
- योग – ध्रुव, रवि, सर्वार्थ सिद्धि योग
- राहुकाल – दोपहर 2.00 – दोपहर 3.25
21 फरवरी 2025 (Panchang 21 february 2025)
- तिथि – अष्टमी
- पक्ष – कृष्ण
- वार – शुक्रवार
- नक्षत्र – अनुराधा
- योग – व्याघात, सर्वार्थ सिद्धि योग
- राहुकाल – सुबह 11.10 – दोपहर 12.35
22 फरवरी 2025 (Panchang 22 february 2025)
- तिथि – नवमी
- पक्ष – कृष्ण
- वार – शनिवार
- नक्षत्र – ज्येष्ठा
- योग – हर्षण
- राहुकाल – सुबह 9.44 – सुबह 11.09
23 फरवरी 2025 (Panchang 23 february 2025)
- तिथि – दशमी
- पक्ष – कृष्ण
- वार – रविवार
- नक्षत्र – मूल
- योग – वज्र, सर्वार्थ सिद्धि योग
- राहुकाल – शाम 4.51 – शाम 6.17
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