फाल्गुन कृष्ण पक्ष की ग्यारहवीं तिथि को विजया एकादशी होती है, जोकि इस साल सोमवार 24 फरवरी 2025 पड़ रही है. इस दिन श्रीहरि की विधि-विधान से पूजा करने का महत्व है. साथ ही लक्ष्मी नारायण को प्रसन्न करने के लिए आप विजया एकादशी पर तुलसी से जुड़े कुछ उपाय भी कर सकते हैं.

विजया एकादशी पर मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु के साथ ही तुलसी पूजन भी जरूर करें. इस दिन पूजा में भगवान विष्णु के मंत्रों जाप भी कर सकते हैं. लेकिन भगवान विष्णु के मंत्र का जाप तुलसी की माला से ही करें.

दरअसल हिंदू धर्म में मंत्रों का जाप मालाओं से करने का विधान और इसके लिए कई तरह से बनी मालाओं का प्रयोग किया जाता है. अलग-अलग देवी-देवताओं के मंत्र जाप के लिए मालाएं भी अलग होती हैं. वैष्णव लोग मुख्य रूप से तुलसी की माला से ही भगवान विष्णु के मंत्र का जाप करते हैं.

विजया एकादशी पर तुलसी की माला से भगवान विष्णु के मंत्र ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का 108 बार जाप करें. ऐसा करने से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी प्रसन्न होंगे और आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिलेगा.

जप करने से पहले माला को गंगाजल से शुद्ध कर लें. मंत्र का जाप करने के बाद सम्मान से तुलसी की माला को अपने माथे से स्पर्श करें और फिर माला को गोमुखी में सम्मानपूर्वक साफ स्थान पर रख दें.

तुलसी की माला भगवान विष्णु को प्रिय है. विष्णु जी के साथ ही आप श्रीकृष्ण, मां लक्ष्मी और भगवान राम के मंत्रों का जाप भी तुलसी की माला से कर सकते हैं. इसके अलावा रुद्राक्ष की माला से जप करना भी अच्छा होता है.
Published at : 22 Feb 2025 10:05 AM (IST)
ऐस्ट्रो फोटो गैलरी
ऐस्ट्रो वेब स्टोरीज