Ramadan 2025 Moon Sighting: माह-ए-रमजान इस्लाम के पवित्र महीनों में है, जोकि शाबान के बाद आता है. रमजान का इंतजार मुसलमानों को सालभर रहता है. अब चंद घड़ियों में रमजान की शुरुआत होने वाली है और सालभर का इंतजार खत्म होने वाला है. दिन ढलने वाला है और सभी की निगाहें आसमान पर ही टिकी है, क्योंकि चांद का दीदार होते ही पाक महीने रमजान की शुरुआत होगी और रोजेदार रोजा की शुरुआत करेंगे.
इस्लामिक कैलेंडर के सभी 12 माह में रमजान सबसे पवित्र और मुबारक महीना होता है, जिसमें मुख्य रूप से रोजा रखना अहम माना जाता है. साथ ही इस पाक माह में मुसलमान अल्लाह की इबादत करते हैं, कुरान की तिलावत करते हैं और नेकी से जुड़े काम करते हैं, जिससे कि अल्ला को राजी किया जा सके. लेकिन इससे पहले यह जान लीजिए कि इस साल रमजान महीने की शुरुआत कब से हो रही है और मुसलमान किस दिन रखेंगे पहला रोजा.
1 या 2 मार्च कब शुरू होगा रमजान
रमजान महीने की शुरुआत की संभावित तिथि 28 फरवरी या 1 मार्च जताई जा रही है. हालांकि आधिकारिक तिथि की घोषणा चांद नजर आने के बाद ही की जाएगी. इस्लाम से जुड़े लगभग सभी पर्व-त्योहार चंद्रमा देखने के बाद ही तय होते हैं. इसी तरह रमजान की शुरुआत भी चांद के दीदार होने के बाद ही होती है. रमजान का महीना तब शुरू होता है जब नया चांद दिखाई देता है. ऐसे में अगर आज यानि 28 फरवरी को रमजान का चांद दिखाई देता है तो कल 1 मार्च को पहला रोजा रखा जाएगा. वहीं अगर आज चांद दिखाई नहीं देता तो रोजेदार 2 मार्च से रोजे की शुरुआत करेंगे.
क्यों खास है रमजान का महीना
रमजान का महीना इस्लाम धर्म में खास महत्व रखता है. इस्लामिक मान्यता के अनुसार इसी पाक महीने में पैगंबर साबह (prophet mohammed) को अल्लाह से कुरान की आयतें मिली थी. इस पूरे महीने मुसलमान सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक रोजा रखते हैं. रोजा रखने के साथ ही यह माह को आध्यात्मिकता और एकजुटता दिखाने का भी खास अवसर माना जाता है. रमजान में रोजा रखने से शरीर और आत्मा शुद्ध होते हैं. रमजान के दौरान किए इबादत और नेकी के कामों से अल्लाह खुश होते हैं और बरकत बनाए रखते हैं.
ये भी पढ़ें: Ramadan 2025 Date: माह-ए-रमजान का पाक महीना कब से हो रहा शुरू, नोट कर लें डेट
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.