{“_id”:”67c29423955ddf73870108d9″,”slug”:”bhupinder-singh-hooda-interview-former-haryana-chief-minister-politics-news-in-hindi-2025-03-01″,”type”:”feature-story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”Bhupinder Singh Hooda: ‘हमें जनता ने नहीं…मशीन, मनी और मैनिपुलेशन ने हराया’, पूर्व सीएम हुड्डा से खास बातचीत”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
Bhupinder Singh Hooda – फोटो : अमर उजाला
विस्तार
विधानसभा चुनाव में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह पूरी तरह से आश्वास्त थे कि कांग्रेस दस साल बाद सत्ता में जोरदार वापसी करने जा रही है। चुनाव परिणाम जब सामने आए तो पार्टी को बुरी तरह से झटका लगा। इस पर पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा कहते हैं कि उन्हें जनता ने नहीं बल्कि मशीन, मनी और मैनिपुलेशन ने हराया।
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निकाय चुनाव में भी उन्होंने ईवीएम के बजाय पेपर बैलेट से चुनाव कराने की मांग रखी थी। अमर उजाला से विशेष बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने निकाय चुनाव में कांग्रेस की निष्क्रियता, सैलजा का हालिया बयान और पीएम से मुलाकात के वायरल वीडियो पर अमर उजाला के राज्य ब्यूरो प्रमुख आशीष वर्मा से विस्तार से बातचीत की। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश।
विधानसभा चुनाव में आप कितने आश्वास्त थे कि आप चुनाव जीतेंगे
हमें लोगों ने नहीं हराया।
तो क्या वजह रही है….
मशीन, मनी और मैनिपुलेशन। चुनाव से एक दिन पहले तक वोट बनते रहे हैं। करण दलाल साहब की कमेटी की रिपोर्ट में सबकुछ है। नगर निगम चुनाव में भी हमने बैलेट पेपर से चुनाव करवाने की मांग की थी। अब तो वीवीपैट भी नहीं लगा रहे। जबकि यह सुप्रीम कोर्ट की गाइइ लाइंस हैं। ईवीएम सुरक्षित नहीं है। ट्रंप ने भी पेपर बैलेट का समर्थन किया है। भाजपा और कांग्रेस के वोट शेयर में मामूली सा अंतर था। उन्हें 39.94 फीसदी वोट मिले, जबकि हमें 39.09 फीसदी।
हरियाणा में सरकार उसी की बनती है, जो पोस्टल बैलेट में जीतता है। पोस्टल बैलेट में हम 90 सीटों में से 76 जीते थे। एक बात तय है कि किसी भी इलेक्ट्रानिक गैजेट में छेड़छाड़ की जा सकती है। यहां से बैठे-बैठे जब अंतरिक्ष में जाने वाले राकेट को नियंत्रित किया जा सकता है तो ईवीएम को क्यों नहीं। जब इतने सवाल उठ रहे हैं तो एक बार बैलेट पेपर से चुनाव करवा लो। सुप्रीम कोर्ट ने भी पिछले दिनों भी एक ऑब्जरर्वेशन दी थी कि ईवीएम से डाटा डिलीट नहीं करना चाहिए था।