लखनऊ। पूर्वोत्तर रेलवे, लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबंधक श्री गौरव अग्रवाल के मार्गदर्शन में मंडल के लोको पायलटों के कार्य परिस्थितियों और सुविधाओं में व्यापक सुधार हो रहा है। मंडल में स्थित गोंडा और गोरखपुर विद्युत लोको शेड में 216 इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव की होल्डिंग है, जिनमें से 97 में कैब एयर कंडीशनिंग (एसी) और 3 में शौचालय की सुविधा उपलब्ध है। शेष लोकोमोटिव में भी ये सुविधाएँ शीघ्र प्रदान करने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। मंडल की सभी प्रमुख रेलखंडों पर शत-प्रतिशत रेलवे लाइनों पर विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो चुका है,जिससे सभी ट्रेनें इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव से संचालित हो रही हैं, जो कम शोर, अधिक जगह और बेहतर दृश्यता जैसे लाभ प्रदान करते हैं। इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव की तुलना में डीजल लोकोमोटिव में शोर अधिक और सुविधाएँ कम थीं, जबकि नए लोकोमोटिव में आरामदायक सीटें, बड़े लुकआउट ग्लास और एर्गोनोमिक डिज़ाइन लोको पायलटों की सुविधा और संरक्षा को बढ़ाते हैं। पिछले एक दशक में आधे से अधिक लोको कैबिनों को एसी, एर्गोनोमिक सीटों और अन्य आधुनिक सुविधाओं के साथ अपग्रेड किया गया है। सभी नए लोकोमोटिव में एसी और शौचालय डिफॉल्ट रूप से उपलब्ध हैं, जबकि पुराने लोकोमोटिव में शौचालय स्थापना के लिए रेट्रोफिटिंग और डिज़ाइन संशोधन का कार्य प्रगति पर है। ये प्रयास लोको पायलटों के कार्य वातावरण को और बेहतर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण हैं। रेल संरक्षा को सुदृढ़ करने के लिए मंडल ने अत्याधुनिक तकनीकों को लागू किया गया है।

फॉग सेफ्टी डिवाइस, कवच, ड्राइवर अलर्ट सिस्टम और उन्नत ब्रेकिंग सिस्टम जैसे उपाय संचालन की सुरक्षा को बढ़ाते हैं। मंडल में लोको पायलटों के पर्याप्त विश्राम के लिए सभी 5 रनिंग रूम (लखनऊ जं., गोण्डा जं., गोरखपुर जं., सीतापुर जं., और मैलानी जं.) में और 3 रेस्ट रूम में एसी सुविधा उपलब्ध कराई गई है। सभी एकीकृत क्रू रनिंग रूम् महिला लोको पायलटों के लिए अलग अटैच टॉयलेट और ड्रेसिंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। यह व्यवस्था महिला क्रू को सुरक्षित और सुविधाजनक विश्राम प्रदान करती है, जिससे उनकी कार्यक्षमता और कल्याण में वृद्धि होती है तथा उनकी सुरक्षा और आराम सुनिश्चित होता है। ये कदम लोको पायलटों के कार्यबल को सशक्त बनाने में सहायक हैं।कर्मचारी कल्याण के लिए मंडल ने कई प्रभावी कदम उठाए हैं। सभी रनिंग कर्मचारियों को नियमानुसार साप्ताहिक विश्राम और आवश्यक अवकाश प्रदान किया जा रहा है, जिससे उनकी कार्य दक्षता और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। ये सभी सुधार न केवल लोको पायलटों के लिए बेहतर कार्य वातावरण सुनिश्चित करते हैं। जिससे न केवल लोको पायलटों और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है, बल्कि रेल संचालन की संरक्षा, दक्षता और विश्वसनीयता को भी बढ़ाते हैं। लखनऊ मंडल का यह प्रयास रेलवे के आधुनिकीकरण और कर्मचारी-केंद्रित दृष्टिकोण को दर्शाता है।