गोरखपुर। गोरखपुर जंक्शन पर 22 दिन बाद रेल यातायात बहाल हो गया है, जिससे यात्रियों ने राहत की सांस ली है। पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा डोमिनगढ़ से गोरखपुर कैंट के बीच तीसरी लाइन बिछाने और गोरखपुर जंक्शन के रीमॉडलिंग कार्य के चलते 12 अप्रैल से 3 मई तक मेगा ब्लॉक लगाया गया था।
4 मई की सुबह से स्टेशन पर रौनक लौट आई है। रद्द, डायवर्ट और शॉर्ट टर्मिनेट की गई ट्रेनें अब अपने तय समय और मार्ग पर चलने लगी हैं। यात्रियों की सुविधा को देखते हुए रेलवे ने स्टेशन पर गाइडेंस सिस्टम, नियमित अनाउंसमेंट और अतिरिक्त स्टाफ की तैनाती सुनिश्चित की है। तीसरी लाइन का निर्माण और यार्ड रीमॉडलिंग पूरा होने के बाद अब ट्रेनों की संख्या और स्पीड बढ़ाई जा सकेगी। यह प्रोजेक्ट न सिर्फ ट्रैफिक लोड को बेहतर संभालेगा, बल्कि भविष्य में हाई-स्पीड ट्रेनों के संचालन की राह भी खोल देगा।
रेलवे अधिकारियों और कर्मचारियों ने सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए, कार्य को तय समय में सफलतापूर्वक पूरा किया। रीमॉडलिंग कार्य के दौरान ट्रेनों की सुरक्षा और संचालन दोनों पर विशेष नजर रखी गई।

आपको बता दें कि इस रिमाडलिग कार्य के चलते यात्रियों को परेशानी का तो सामना करना पड़ा है लेकिन भविष्य को देखते हुए यह परेशानी आरामदायक के रूप में बदलकर फिर यात्रियों को ही मिलेगी रेलवे ने स्पष्ट किया है कि यह विकास कार्य गोरखपुर को उत्तर भारत का प्रमुख रेलवे हब बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम है।