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Bollywood All Time Blockbuster Movies : बॉलीवुड में ऐसा कई बार देखने को मिला है कि किसी फिल्म का टाइटल जब मूवी की शूटिंग शुरू हुई तब कुछ और था और जब फिल्म आधी बनकर तैयार हुई तो टाइटल बदल गया. कई बार तो शूटिंग के दौरान काम कर रहे एक्टर के सुझाव पर फिल्म का टाइटल रखा गया. कई बार फिल्म के डायरेक्टर-प्रोड्यूसर के दोस्तों ने टाइटल दिया. बॉलीवुड में 35 साल के अंतराल में ‘उधार’ के टाइटल पर ऐसी ही 3 फिल्में बनीं, ये टाइटल लकी साबित हुए और ये फिल्में जब रिलीज हुईं तो इतिहास रच दिया. दो फिल्मों में हीरो-हीरोइन की जोड़ी वही थी. ये फिल्में कौन सी हैं, आइये जानते हैं इनसे जुड़े दिलचस्प फैक्ट्स…
किसी भी फिल्म का टाइटल उसका इंट्रो होता है. फिल्म का सेंट्रल प्वॉइंट होता है. फिल्म की पूरी कहानी को दर्शाता है. बॉलीवुड में कई फल्मों का टाइटल डायरेक्टर-प्रोड्यूसर को उनके दोस्तों ने, फिल्म में काम कर रहे एक्टर ने दिए. ये टाइटल इतने पसंद आए कि उन्हें ज्यों का त्यों अपना लिया गया. ये टाइटल बहुत पॉप्युलर हुए. 35 साल के अंतराल में बनी ऐसी तीनों फिल्में ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर रहीं. तीनों फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर 2200 करोड़ से ज्यादा की कमाई की. ये फिल्में थीं : दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे, कुछ कुछ होता है और दंगल. सबसे दिलचस्प तथ्य यह है कि दो फिल्में काजोल और शाहरुख खान की हैं. तीन में से दो फिल्मों में म्यूजिक जतिन-ललित का था.

‘दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे’ यानी डीडीएलजे को रिलीज हुए 35 साल से ज्यादा का समय हो चुका है लेकिन आज भी यह मूवी हर भारतीय सिने प्रेमी के जेहन में बसी हुई है. जाने-माने प्रोड्यूसर यश चोपड़ा के बेटे आदित्य चोपड़ा ने फिल्म की कहानी लिखी थी. उन्होंने ही इसे डायरेक्ट किया था. यह फिल्म वॉलीवुड की मस्ट वॉच लिस्ट में शामिल है. फिल्म का म्यूजिक जतिन-ललित ने दिया था. 20 अक्टूबर 1995 को रिलीज हुई ‘दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे’ ने शाहरुख खान और काजोल को सुपरस्टार के रूप में स्थापित किया. फिल्म में इन दोनों स्टार्स के अलावा अमरीश पुरी, अनुपम खेर, फरीदा जलाल, परमीत सेठी, पूजा रूपैल भी नजर आए थे. पूजा रूपरेल सोनाक्षी सिन्हा की कजिन हैं जिन्होंने फिल्म में छुटकी का रोल निभाया था. फिल्म को यश चोपड़ा ने प्रोड्यूस किया था. फिल्म में कुल 7 गाने रखे गए थे और सभी गाने सुपरहिट था. आज भी इन मेलोडियस गानों को सुना जाता है.

‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ का टाइटल एक्ट्रेस किरण खेर ने दिया था. दरअसल, शशि कपूर की 1976 की फिल्म ‘चोर मचाए शोर’ का एक गाना ‘ले जाएंगे, ले जाएंगे दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ बहुत पॉप्युलर हुआ था. इसी गाने से उनके दिमाग में डीडीएलजे का टाइटल आया था. यह बॉलीवुड की एकमात्र ऐसी फिल्म है जिसमें टाइटल का क्रेडिट दिया गया है. डीडीएलजे को एक नेशनल अवॉर्ड मिला था. साथ ही 10 फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिले थे. फिल्म को कुल 15 अवॉर्ड मिले थे.

करीब 4 करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म ने 103 करोड़ का वर्ल्डवाइड कलेक्शन किया था. यह एक ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर फिल्म साबित हुई थी. फिल्म ने उस समय की सभी फिल्मों का रिकॉर्ड तोड़ दिया था. हिंदी सिनेमा के इतिहास की सबसे ज्यादा प्रॉफिट कमाने वाली फिल्मों में से एक डीडीएलजे का ट्रेन वाला सीन इतना आइकोनिक बन गया कि आगे चलकर कई फिल्मों में इसे कॉपी किया गया.

‘कुछ-कुछ होता है’ को करण जौहर ने डायरेक्ट किया था. बतौर डायरेक्टर यह करण जौहर की पहली फिल्म थी जिसे 16 अक्टूबर 1998 को रिलीज किया गया था. फिल्म को रिलीज हुए 27 साल से ज्यादा का समय हो चुका है लेकिन इसका जादू आज भी बरकरार है. हर बार देखने पर नई जैसी लगती है. फिल्म की कहानी करण जौहर ने लिखी थी और प्रोड्यूसर उनके पिता यश जौहर ने किया था.

फिल्म में शाहरुख खान, काजोल, रानी मुखर्जी, अनुपम खेर, फरीदा जलाल और रीमा लागू और सलमान खान नजर आए थे. जतिन-ललित के म्यूजिक से सजे सभी गाने सुपरहिट रहे थे. फिल्म का एक गाना ‘कोई मिल गया’ जावेद अख्तर ने लिखा था और फिल्म छोड़ दी थी. बाकी गाने समीर ने लिखे थे. 10 करोड़ के बजट में बनी इस मूवी ने 106 करोड़ का वर्ल्डवाइड कलेक्शन किया था. यह एक ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर फिल्म साबित हुई थी.

‘कुछ-कुछ होता है’ की कहानी लव ट्रायंगल पर बेस्ड थी. ‘कुछ-कुछ होता है’ का टाइटल एक्टर जुगल हंसराज ने दिया था. जुगल हंसराज और करण जौहर अच्छे दोस्त हैं. जुगल हंसराज ने कपिल शर्मा शो में इसका खुलासा करते हुए कहा था, ‘करण और मैं कॉलेज में साथ में थे. कॉलेज के बाद जब वो स्क्रिप्ट लिख रहा था तो उसको फीडबैक चाहिए था. मैं कुछ फिल्में कर चुका था. वो कन्फ्यूज था कि इस फिल्म का टाइटल क्या रखें. एक ऑप्शन था : ‘कुछ-कुछ होता है’. मैं घर गया और बेड पर सोने के लिए गया लेकिन नींद नहीं आ रही थी. स्क्रिप्ट मेरे दिमाग में घूम रही थी. अचानक एक धुन मेरे दिमाग में आई, जिसके बोल थे : ‘तू मुस्कुराए, तू पास आए, नैन चुराए या तू शरमाए, कुछ भी करे तू, चैन तो खोता है, क्या करूं दिल में कुछ-कुछ होता है.’ मैंने टिकटॉक फोन में इसे रिकॉर्ड किया और लंच में करण को सुनाया. सबको बहुत अच्छा लगा.’

इस लिस्ट में तीसरी फिल्म है आमिर खान की फिल्म ‘दंगल’ जिसे 26 दिसंबर 2016 को रिलीज किया गया था. ‘दंगल’ फिल्म में फोगाट सिस्टर्स के संघर्ष की कहानी दिखाई गई थी. हरियाणा के छोटे से गांव बलाली के महावीर सिंह फोगट ने जमाने से लड़ते हुए कैसे अपनी बेटियों को कुश्ती में ट्रेंड किया, कैसे उन्होंने समाज की रूढ़ियों को तोड़ा, यही सब दिखाया गया था. फिल्म का टाइटल सॉन्ग ‘दंगल-दंगल’ बहुत मकबूल हुआ था. फिल्म के डायलॉग, ‘गीता-बबीता का नाम’ उनका अनोखा अंदाज सबकुछ दर्शकों को भा गया था. फिल्म का सोशल इम्पैक्ट बहुत ही प्रभावी था. क्लाइमैक्स को बहुत ही रोचक अंदाज में पेश किया गया था और यह भावुक कर देने वाला था. 20 करोड़ के बजट में बनी दंगल मूवी ने वर्ल्ड वाइड 2000 करोड़ की कमाई की थी. यह बॉलीवुड की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म है. IMDb के अनुसार दंगल मूवी को अलग-अलग कैटेगरी में कुल 41 अवार्ड मिले थे.

दंगल फिल्म का डायरेक्शन नितेश तिवारी ने किया था. आमिर खान, किरण राव और यूटीवी मोशन पिक्चर ने मिलकर दंगल को प्रोड्यूस किया था. आमिर खान की फिल्म ‘दंगल’ का टाइटल भी उधार का था. आमिर खान ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘दंगल फिल्म का टाइटल दिलाने में सलमान खान ने बहुत मदद की. स्क्रिप्ट में फिल्म का टाइटल दंगल जरूर लिखा रखा था, लेकिन यह टाइटल महाभारत में दुर्योधन का रोल निभाने वाले पुनीत इस्सर के पास था. पुनीत की सलमान खान से दोस्ती है. मुझे जब इसका पता चला तो मैंने सलमान से मदद मांगी. सलमान ने पुनीत इस्सर को फोन किया और मुझे मनपसंद टाइटल मिल गया.’
 
 
			 
                                









