Pariksha Pe Charcha 2025: मोटिवेशनल स्पीकर सद्गुरु ‘परीक्षा पे चर्चा’ में शामिल हुए. वे एक आत्मज्ञानी, योगी, लेखक, कवि, दिव्यदर्शी और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वक्ता हैं. इस समय बोर्ड की परीक्षाएं चल रही है और विद्यार्थी परीक्षा को लेकर तनाव में हैं. ऐसे में सद्गुरु ने परीक्षा के तनाव से मस्तिष्क को हैंडल करने के लिए कुछ टिप्स विद्यार्थियों को दिए.
बता दें कि इस साल 2025 में परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सद्गुरु, अभिनेत्री दीपिक पादुकोण, मेरी कॉम समेत अन्य मेहमान छात्रों को बोर्ड परीक्षा की तैयारी से जुड़े टिप्स दे रहे हैं. 10 फरवरी से परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम की शुरुआत हो चुकी है और आज 15 फरवरी को परीक्षा के चर्चा का 5वां कार्यक्रम है, जिसमें सद्गुरु छात्रों के सवालों का जवाब देंगे और इसक साथ ही शैक्षणिक और जीवन की चुनौतियों को हैंडल करने का मार्गदर्शन भी करेंगे.
लाइव स्ट्रीम किया गया पांचवा एपिसोड
आज सुबह 10 बजे परीक्षा पे चर्चा का पांचवा एपिसोड लाइव स्ट्रीम किया गया. इसमें सद्गुरु ने छात्रों को दिमाग के चमत्कार (Miracle of Mind) से जुड़ी जरूरी जानकारियां दीं.
तनाव मतलब दिमाग को नहीं मिल रहा ऑयल
पढ़ाई का प्रेशर और तनाव इस समय सभी बच्चों पर है. इसके लिए सद्गुरु ने कहा कि ‘आप खुद पर कंट्रोल न खोएं’ जो हो रहा है आप उससे आगे की सोच सकते हैं तो आप कुछ भी कर सकते हैं. लेकिन अगर आपको तनाव है तो इसका मतलब यह है कि दिमाग को ऑयल नहीं मिल रहा है. अपने दिमाग को ऑयलिंग करें. इसके लिए उन्होंने मेडिटेशन का उपाय भी बताया.
सद्गुरु ने कहा कि, ‘आप क्या कर रहे हैं और आप क्या हैं अगर ये एक नहीं है तो गड़बड़ है. मेडिटेशन यही काम करता है. आप कहीं बैठे हैं और आपका दिमाग-शरीर वहां नहीं है. आपका दिमाग बिना आपकी इजाजत कहीं भी दौड़ रहा. आप अपने दिमाग और शरीर को अस्वस्थ मत बनाइए. वरना ये वो काम करने लगेगा जो आप करना नहीं चाहते. आप अपने दिमाग और शरीर को अपने कहने पर चलाइए. मेडिटेशन कीजिए.’
परीक्षा पे चर्चा में सद्गुरु ने छात्रों को दिए ये टिप्स (Sadhguru Mantra in Pariksha pe Charcha)
- सद्गुरु ने विद्यार्थियों को अधिक तनाव न लेने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि, आज आप जिसे स्कूल, परीक्षा या शिक्षा कहते हैं यह आपके मस्तिष्क के विकास के लिए है. आप अपनी बुद्धिमता में जितने सक्रिय होंगे, मस्तिष्क उतना ही अच्छे से काम करेगा.
- उन्होंने कहा कि परीक्षा केवल पास करने तक सीमित नहीं बल्कि यह जीवन को सही दिशा में आगे बढ़ाने और समझने का जरिया भी है. आप प्रकृति से सीखें. घास और नारियल पर ध्यान दें कि वैसे कैसे बढ़ते हैं.
- मोबाइल से होने वाले डिस्टैक्शन को लेकर सद्गुरु ने छात्रों से कहा कि सोशल मीडिया और मोबाइल का इस्तेमाल कैसे करना यह आप तय करें. लेकिन जिस दिन ये तकनीक आपको नियंत्रित करने लगे तो समझिए आपका डाउनफॉल शुरू हो गया.
- उन्होंने कहा कि ओवरथिंकिंग दिमाग को भटकाता है. जिस तरह किसी मशीन को बगैर लुब्रिकेशन के चलाने पर वह जल्दी खराब हो जाता है, उसी तरह जब दिमाग को सही दिशा नहीं मिलती तो परेशानियां उत्पन्न होती है.
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