Last Updated:
स्वरा भास्कर काफी समय से फिल्मी दुनिया से दूर हैं. लेकिन वह अपने बेबाकी के लिए आज भी पहचानी जाती हैं. अब एक्ट्रेस ने विक्की कौशल की फिल्म ‘छावा’ के एक सीन पर दर्शकों के इमोशनल रिएक्शन पर पर सवाल उठाया है. उन्हो…और पढ़ें
सोशल मीडिया पर अक्सर विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहती हैं एक्ट्रेस
हाइलाइट्स
- स्वरा भास्कर ने ‘छावा’ फिल्म के सीन पर सवाल उठाया.
- स्वरा ने कुंभ भगदड़ और शवों के दुर्व्यवहार पर समाज की चुप्पी की आलोचना की.
- स्वरा के बयान पर सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग और आलोचना हो रही है.
नई दिल्ली. विक्की कौशल की ‘छावा’ बॉक्स ऑफिस पर शानदार कमाई कर रही है. हर तरफ फैंस इस फिल्म पर प्यार लुटा रहे हैं. लेकिन ड्रामा फिल्म ‘छावा’ में एक सीन को लेकर एक्ट्रेस ने दर्शकों के रिएक्शन पर सवाल उठाया है. स्वरा ने सोशल मीडिया पर मुगलों द्वारा संभाजी की यातना के सीन पर दर्शकों के इमोशनल रिएक्शन को कुंभ में हुई भगदड़ और शवों के साथ दुर्व्यवहार से जोड़ दिया है.
स्वरा भास्कर ने एक्स (पहले ट्विटर) पे लिखा, ‘एक समाज जो 500 साल पहले फिल्मों में दिखाई गई हिंदुओं की मनगढ़ंत यातनाओं पे इतना भड़क रहा है, लेकिन भगदड़ में हुई मौतों और शवों को जेसीबी से उठाने पे उसका ध्यान ही नहीं जा रहा, वो समाज तो मरा हुआ है.’
फिल्म में हिंदू यातनाओं की तुलना कंभ के शवों से कर डाली
स्वरा ने फिल्म ‘छावा’ में दिखाई गई हिंदुओं की यातनाओं की तुलना महाकुंभ भगदड़ से की है. इस पर लोगों ने उनकी आलोचना की है और कहा है कि वो ‘भारतीयों की भावनाओं को आहत’ कर रही हैं.
बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा रही फिल्म
लक्ष्मण उटेकर द्वारा निर्देशित और दिनेश विजन द्वारा निर्मित फिल्म ‘छावा’ छत्रपति शिवाजी महाराज के बेटे संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित है. इस फिल्म में विक्की कौशल ने संभाजी, रश्मिका मंदाना ने उनकी पत्नी येसुबाई और अक्षय खन्ना ने औरंगजेब की भूमिका निभाई है. यह फिल्म शिवाजी सावंत के मराठी उपन्यास ‘छावा’ पर आधारित है और बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त कमाई कर रही है.
फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे मुगल सेना ने संभाजी को प्रताड़ित किया था. इतिहासकारों का कहना है कि संभाजी को अपना किला, खजाना और धर्म बदलकर इस्लाम कबूल करने के लिए कहा गया था. मना करने पर उन्हें क्रूरता से मार दिया गया.
स्वरा, जिनके एक्स बायो में लिखा है, ‘दुनिया में फैली नफरत और कट्टरता से परेशान, सोशल मीडिया से ज्यादा अच्छी और देशभक्त’, ने लिखा, ‘एक समाज जो 500 साल पहले फिल्मों में दिखाई गई हिंदुओं की मनगढ़ंत यातनाओं पे इतना भड़क रहा है, लेकिन भगदड़ में हुई मौतों और शवों को जेसीबी से उठाने पे उसका ध्यान ही नहीं जा रहा, वो समाज तो मरा हुआ है.’
सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहरादाई ने लिखा, ‘हिंदुओं की काल्पनिक फिल्मी यातना” आप संभाजी महाराज के बलिदान को हल्का कैसे बना सकती हैं – जिन्हें दुष्ट मुगल कायर औरंगजेब द्वारा क्रूरता से यातना दी गई और मार डाला गया! स्वरा भास्कर – आपका यह अपमानजनक और आहत करने वाला बयान, वह भी छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पर, स्पष्ट रूप से लाखों भारतीयों की भावनाओं का जानबूझकर अपमान करने और धार्मिक समूहों के बीच कलह पैदा करने के उद्देश्य से है. आपको, मैडम, इस आपराधिक अपराध के लिए कानून के तहत पूरी तरह से अभियोजित किया जाना चाहिए.
आप संभाजी महाराज के बलिदान को हल्का कैसे बना सकती हैं – जिन्हें दुष्ट मुगल कायर औरंगजेब द्वारा क्रूरता से यातना दी गई और मार डाला गया था.
New Delhi,New Delhi,Delhi
February 19, 2025, 22:53 IST