सोनभद्र। जिलाधिकारी श्री बी0एन0 सिंह ने आज कलेक्ट्रेट सभागार में वर्षाकाल-2025 में होने वाले वृक्षारोपण की तैयारियों के सम्बन्ध में अधिकारियों के साथ जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक की। बैठक में जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि पर्यावरण व पानी के लिए पौधे लगाना जरूरी है, पेड़ से आक्सीजन मिलने के साथ ही पर्यावरण को संतुलित करने मेें भी काफी मदद करते हैं। उन्होंने कहा कि जनपद के विभिन्न विभागों द्वारा पौध रोपित करने के लिए शासन द्वारा 1 करोड़ 48 लाख 14 हजार 479 लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिलाधिकारी ने इस वृक्षारोपण को सफल बनाने के निमित्त गढ्ढों की खोदाई, गोबर खाद व अन्य कीटनाशक दवाओं आदि के सम्बन्ध में अधिकारियों को दायित्वबोध कराते हुए आवश्यक प्रबन्ध करने के निर्देश दियें। उन्होंने कहा कि सोनभद्र जिले के लिए शासन द्वारा जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है, उसके सापेक्ष सम्बन्धित विभाग अपने-अपने आवंटित पौध रोपण स्थल पर जाकर पौध रोपण करने वाले स्थलों का जायजा/भ्रमण कर लें। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण अभियान में पर्यावरण वन विभाग व अन्य सरकारी विभागों के साथ ही जन सहभागिता से लक्ष्य को पूरा करायें।
जिलाधिकारी ने वर्षाकाल-2025 में होने वाले वृक्षारोपण की तैयारियों की बैठक करते हुए कहा कि शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य को पूर्ण करने के लिए पौध रोपण स्थल का चिन्हांकन करते हुए गढ्ढ़ा खोदने की सूची 15 मार्च,2025 तक तैयार करते हुए सम्बन्धित विभाग को हर हाल में उपलब्ध कराया जाये। ज्यादा पौधे बीज के जरिये उगाया जाये, बीज के जरिये उगे पौधों का विकास बेहतर होता है, इसके लिए सम्बन्धित विभाग तैयारी पहले से ही करना सुनिश्चित करेंगें। उन्होंने कहा कि जनपद के जिन क्षेत्रों में पौधों के लिए जमीन व वातावरण अनुकूल हों, ऐसे पौंधों की प्रजातियों का चिन्हांकन करते हुए क्षेत्र में स्थल का चयन करने में विशेष ध्यान दिया जाये, जिससे पौधों का विकास होने के साथ ही संरक्षण की भी व्यवस्था की जा सकें। जिलाधिकारी ने इस मौके पर उपस्थित जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि ग्राम स्तर पर पौध रोपण सम्बन्धी बैठक करते हुए लोगों में जागरूकता लाया जाये, जिससे पौध रोपण के लिए स्थल के चयन में सहयोग मिल सके। उन्होंने कहा कि किसानों के खेत में ज्यादातर फलदार पौधों का रोपण कराया जाये, जिससे उन्हें भविष्य में फल प्राप्त होने पर आमदनी भी बढ़ सकें और लगाये गये पौधों का संरक्षण भी बेहतर तरीके से कर सकें। जिलाधिकारी ने कहा कि वर्षाकाल-2025 में 30 प्रतिशत फलदार पौधे रोपित करने का लक्ष्य रखा जाये और किसानो को पे्रेरित किया जाये कि अपने खेत के मेड़ पर फलदार पौध रोपित करें, जिससे भविष्य में उनको फल प्राप्त होने के साथ ही पौधों का संरक्षण भी हो सकें। उन्होंने कहा कि जिन विभागों को शासन द्वारा लक्ष्य निर्धारित है, किन्तु उनके पास भूमि स्थल का अभाव है, तो वो विभाग समय से पहले अपने निर्धारित लक्ष्य को कम करने के लिए पत्र के माध्यम से अवगत कराते हुए क्षमता के अनुरूप ही लक्ष्य प्राप्त करें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जागृति अवस्थी, डी0एफ0ओ0गण के साथ सम्बन्धि विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहें।