सोनभद्र। जिलाधिकारी श्री बी0एन0 सिंह की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभागार में ग्रामीण क्षेत्रों में टैंकर संचालन का पेयजल आपूर्ति करने हेतु टैंकर संचालन की दर निर्धारित के लिए समिति की बैठक की गयी। बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में पेयजल की समस्या को देखते हुए विकास भवन के ओ0डी0एफ0 वाररूम में एक सुव्यवस्थित पेयजल कन्ट्रोल रूम का गठन किया गया तथा प्रत्येक विकास खण्डों मे भी एक-एक कन्ट्रोल रूम का गठन किया गया है। विकास भवन में स्थापित कन्ट्रोल रूम का नं0-7398040073 है, जिसके संचालन के लिए कार्मिकों की नियुक्ति की गयी है।
उन्होंने कहा कि टैंकर द्वारा पेयजल आपूर्ति के लिए विकास खण्ड स्तर पर कन्ट्रोल रूम की स्थापना कर दी गयी है। जिलधिकारी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों की पेजयल समस्या की समीक्षा करते अधिशासी अभियन्तागण जल निगम को दायित्वबोध कराते हुए कहा कि जिन गांवों में जल जीवन मिशन द्वारा पाईप लाईन बिछायी गयी है, उन गांवों की सूचना उपलब्ध कराया जाये, इसी प्रकार से जिन गांवों में टैंकर संचालन के लिए सूची बनायी गयी है, दोनों सम्बन्धित विभाग आपसी समन्वय के साथ दोनों सूची का मिलान कर लें, जिससे दोनों आवश्यकतानुसार पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करायी जा सकें। उन्होंने कहा कि जो हैण्डपम्प पानी छोड़ दिये हैं, उन हैण्डपम्पों का वाटर लेयर चेक कराकर मरम्मत व रिबोर की व्यवस्था कराया जाये। जहाॅ हैण्डपम्प पानी देने की स्थिति में नहीं है, वहां पर ग्राम पंचायत व जल निगम के टैंकरों से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जाये। उन्होंने कहा कि जिन हैण्डपम्पों के पानी प्रदूषित हैं, यानी मानक के अनुरूप नहीं हैं, उन हैण्डपम्पों चिन्हित करते हुए ‘इस हैण्डपम्प का पानी पीने योग्य नहीं है’ जैसी जानकारी दर्ज की जाये। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जागृति अवस्थी, जिला पंचायत राज अधिकारी नमिता शरण सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहें।