सोनभद्र/एबीएन न्यूज। जिलाधिकारी श्री बी.एन. सिंह ने जानकारी दी है कि जनपद के आंचलिक क्षेत्रों में लोक संस्कृति को सहेजने और बढ़ावा देने के उद्देश्य से संस्कृति विभाग द्वारा ग्राम पंचायतों में लोक कला एवं सांस्कृतिक गतिविधियों के संचालन, प्रशिक्षण और प्रस्तुतीकरण हेतु वाद्य यंत्र प्रदान करने की योजना प्रभावी की गई है।
उन्होंने बताया कि सांस्कृतिक मंडलियों को प्रोत्साहन और गुरु-शिष्य परंपरा को बनाए रखने के लिए संस्कृति विभाग द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर चयनित पंचायतों को वाद्य यंत्रों का सेट प्रदान किया जाएगा। इस सेट में हरमोनियम, ढोलक, झांझ, मजीरा और घुंघरू शामिल होंगे।
जिलाधिकारी ने बताया कि समिति द्वारा चयनित ग्राम पंचायतों को वाद्य यंत्रों का वितरण आयोजित कार्यक्रमों के दौरान किया जाएगा। जिन ग्राम पंचायतों को पहले ही वाद्य यंत्र दिए जा चुके हैं, उन्हें इस योजना से बाहर रखा जाएगा। वाद्य यंत्रों का रख-रखाव एवं जिम्मेदारी संबंधित ग्राम पंचायत की होगी।
उन्होंने कहा कि बजट उपलब्धता की स्थिति में शासन से अनुमोदन प्राप्त होने के बाद लोक कलाकारों को वाद्य यंत्र प्रदान किए जाएंगे। इसके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में लोक कला और सांस्कृतिक गतिविधियों को और अधिक सशक्त बनाया जाएगा।
आवेदन प्रक्रिया:
इस योजना के तहत इच्छुक ग्राम पंचायतें 10 अगस्त, 2025 तक अपने आवेदन पत्र जिला पर्यटन अधिकारी कार्यालय या जिला सूचना कार्यालय, सोनभद्र में जमा कर सकती हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि इस योजना से लोक कलाकारों को प्रोत्साहन मिलेगा और पारंपरिक लोक कलाओं का संरक्षण व संवर्धन सुनिश्चित होगा। उन्होंने सभी ग्राम पंचायतों से अधिक से अधिक आवेदन करने की अपील की।