साल 1983 में आई जीतेंद्र, परवीन बॉबी और राज बब्बर की फिल्म ‘अर्पण’ का वो गाना, जिसे आज भी बेटियों की मां सुन लें तो रो-रोकर उनका बुरा हाल हो जाता है. फिल्म का ये गाना आनंद बक्शी ने लिखा था. जिस घर में शादी हो, उस घर में मां-बाप तो ये गाना सुन ही नहीं पाते. विदाई पर आधारित इस गाने में परवीन बाबी स्टेज पर खड़े-खड़े गाती हैं और जितेंद्र खड़े-खड़े टुकुर-टुकुर देख रहे हैं. गाना इतना बड़ा हिट हुआ था कि आज भी अगर कोई मां ये गाना सुन लेती हैं, तो उनका कलेजा फट पड़ता है. आज भी लोग अक्सर शादी में विदाई के वक्त इसी गाने को लगवाना पसंद करते हैं. 70-70 के दौर में तो ये गाना हर लड़की विदाई पर अक्सर सुनने को मिला करता था.