Agency:News18 Uttar Pradesh
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश के रहने वाले एडवोकेट अमित चौधरी की दर्द भरी थर्ड डिग्री की दास्तान जल्द ही बड़े पर्दे पर दिखाई देगी. जिसको लेकर फिल्म निर्देशक राजीव बरनावल द्वारा कार्य किया जा रहा है.
एडवोकेट अमित चौधरी
बागपत: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बागपत के किरठल गांव के रहने वाले वकील अमित चौधरी की मुश्किलों भरी ज़िंदगी की कहानी जल्द ही फिल्म में दिखाई जाएगी. फिल्म निर्देशक राजीव बरनावल इस पर काम कर रहे हैं. अमित चौधरी ने बताया कि उन्हें बिना किसी गलती के कई साल तक जेल में रहना पड़ा. उनकी यही कहानी अब फिल्म बनेगी.
अमित चौधरी ने बताया कि निर्देशक राजीव बरनवाल ने उनसे संपर्क किया था और अब उन्होंने फिल्म साइन कर ली है. इसके लिए उन्हें 30 लाख रुपए मिलेंगे, जिसमें से 5 लाख रुपए उन्हें पहले ही मिल चुके हैं. उम्मीद है कि फिल्म इस साल के अंत तक रिलीज़ हो जाएगी.
झूठे केस में जाना पड़ा जेल
अमित चौधरी बागपत के किरठल गांव के रहने वाले हैं, लेकिन पढ़ाई के बाद से ही मेरठ में वकालत कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि 2011 में वो शामली के एक गांव में अपने रिश्तेदारों के यहां गए थे. वहां एक गैंगस्टर ने पुलिस पर हमला कर दिया जिसमें एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई. सरकार ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की और गांव के 100 लोगों को उठाया, जिनमें से 17 को आरोपी बनाया गया, जिनमें अमित का नाम भी शामिल था. इसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया.
सपनों के बदले जेल में बिताए 862 दिन
अमित चौधरी ने बताया कि जिस उम्र में वो आर्मी में भर्ती होकर देश की सेवा करने का सपना देख रहे थे, उसी उम्र में उन्हें 862 दिन जेल में बिताने पड़े. उन्होंने बताया कि उनके परिवार वालों ने भी उनका साथ छोड़ दिया था.
क्लर्क की नौकरी करते हुए पढ़ाई
जमानत मिलने के बाद उन्होंने क्लर्क की नौकरी करते हुए अपनी ज़िंदगी को आगे बढ़ाने का फैसला किया. चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई करके उन्होंने वकालत की डिग्री हासिल की. कोर्ट में तारीख पर तारीख मिलने से परेशान होकर उन्होंने खुद ही अपना केस लड़ा और सितंबर 2023 में खुद को बेकसूर साबित किया.
Meerut,Uttar Pradesh
January 21, 2025, 15:03 IST