भारत की पहली राजकीय यात्रा कर रहे इंडोनेशियाई राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो ने कहा, ‘मैं चाहता हूं कि इंडोनेशिया और भारत को करीबी साझेदार और मित्र बने रहें।’ उन्होंने कहा, भारत आकर वे बेहद गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। राष्ट्रपति भवन में अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कुछ ऐसा भी कहा जिसे सुनकर वहां मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर मुस्कुरा उठे।
इंडोनेशियाई राष्ट्रपति बोले- सीधा दिल से संवाद करता हूं
सुबियांतो ने कहा, ‘मैं कोई पेशेवर राजनीतिज्ञ नहीं हूं, मैं कोई अच्छा कूटनीतिज्ञ भी नहीं, मैं वही कहता हूं जो मेरे दिल में है। कुछ दिनों के लिए भारत आने के बाद प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और प्रतिबद्धताओं से बहुत कुछ सीखा है।’
‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मदद करने को प्रतिबद्ध, ये हमारी प्रेरणा’
इंडोनेशियाई राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को प्रेरणा बताया और कहा, ‘गरीबी उन्मूलन, हाशिए पर पड़े लोगों की मदद करने और समाज के सबसे कमजोर वर्ग की मदद करने की उनकी प्रतिबद्धता हमारे लिए प्रेरणा है…मैं आने वाले वर्षों में भारत के लोगों को समृद्धि, शांति और सफलता के लिए शुभकामनाएं देना चाहता हूं।’
इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मुख्य अतिथि के रूप में गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के निमंत्रण को स्वीकार करने के लिए इंडोनेशियाई राष्ट्रपति सुबियांतो को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह एक ऐतिहासिक अवसर है, क्योंकि 75 साल पहले 1950 में हमारे पहले गणतंत्र दिवस पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो मुख्य अतिथि के रूप में आए थे।