दंगा के दौरान पथराव
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कानपुर के चमनगंज में इमाम से मारपीट के आरोपी की गिरफ्तारी और बिजली आपूर्ति की मांग को लेकर 27 साल पहले हुए बलवा के मामले में शुक्रवार को फास्ट ट्रैक कोर्ट 52 के न्यायाधीश राहुल सिंह ने 60 अभियुक्तों के मुकदमों की सुनवाई पूरी कर ली। इसमें सबूतों के अभाव में 45 आरोपी बरी हो गए, 13 की मौत हो चुकी है, दो की फाइल अलग कर दी गई है। भीड़ ने चमनगंज थाना क्षेत्र के आसपास जमकर उपद्रव मचाया था। उपद्रवियों की गोली से तत्कालीन एसपी साउथ के गनर की मौत भी हो गई थी।
इसी से संबंधित अलग-अलग कई मुकदमे लंबित थे। लक्ष्मीपुरवा मस्जिद इलाके के इमाम के साथ 9 जनवरी 1998 की दोपहर दूसरे समुदाय के एक व्यक्ति द्वारा अभद्रता व मारपीट किए जाने के मामले में रायपुरवा थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई थी। अभियुक्त की गिरफ्तारी और बिजली आपूर्ति की मांग को लेकर मुस्लिम समुदाय के लोग उत्तेजित होकर अलग-अलग जगह जाम लगाने लगे। हलीम कॉलेज चौराहे पर रात लगभग पौने नौ बजे दो हजार लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई और सभा करने लगी।