बिहार में मतदाता सूचियों के विशेष सघन पुनरीक्षण (एसआईआर) का मामला सुर्खियों में है। इस बीच उत्तर प्रदेश त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) से कराई गई जांच में चाैंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। बुंदेलखंड और कानपुर के आसपास के जिलों में बड़ी संख्या में मतदाताओं के डुप्लीकेट नाम पाए गए हैं। इसमें सबसे ज्यादा 13 लाख डुप्लीकेट नाम हरदोई में हैं। सिर्फ छह जिलों में 20 लाख से ज्यादा डुप्लीकेट वोटर हैं।
बांदा में डुप्लीकेट मतदाताओं की संख्या एक लाख से ज्यादा बताई जा रही है। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से भेजी गई सूची में इनके नामों का खुलासा हुआ है। जिला निर्वाचन अधिकारियों के आदेश पर डुप्लीकेट मतदाताओं की सूची सत्यापन कराने के लिए बीएलओ को सौंप दी गई है। अब बीएलओ घर-घर जाकर इन मतदाताओं का सत्यापन करेंगे और नई मतदाता सूची तैयार करेंगे। यह सूची एआई की मदद से तैयार की गई है।