Dadi-Nani Ki Baatein: कई लोगों को सीटी बजाने की आदत होती है. वो कभी भी कहीं भी अचानक सीटी बजा देते हैं. आमतौर पर किसी जीत या खुशी जैसे खास मौके पर, थिएटर में फिल्म का मजा लेते हुए या कभी भी अचानक सीटी बजा देते हैं. कई लोगो सीटी बजाकर गाने की धुन गुनगुनाते हैं. कुछ मुंह में उंगलियों को डालकर तेज सीटी बजाते हैं. हालांकि अगर आप किसी अच्छे मकसद से सीटी बजा रहे हैं तो इससे कोई नुकसान नहीं है.
लेकिन आपने देखा होगा कि रात के समय सीटी बजाने से दादी-नानी या घर के बड़े-बुजुर्ग अक्सर मना करते हैं. ज्योतिष के अनुसार भी रात के समय सीटी बजाना शुभ नहीं माना जाता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि रात में सीटी न बजाने की मान्यता केवल भारत ही नहीं बल्कि चीन और कोरियाई जैसे देशों में भी प्रचलित है.
दादी-नानी की ये बातें आपको कुछ समय के लिए अटपटी या फिर मिथक लग सकती है. लेकिन शास्त्र में इसके कारण और इससे होने वाले नुकसान के बारे में बताया गया है. अगर आप दादी-नानी की बताई बातों को फॉलो करेंगे तो सुखी रहेंगे और भविष्य में होनी वाली अशुभ घटना से बच जाएंगे. आइए जानते हैं आखिर क्यों रात के समय सीटी बजाने से मना करती हैं दादी-दानी, क्या है इसके कारण.
रात में सीटी न बजाने की मान्यताएं
मान्यता है कि रात के समय सीटी बजाने से आर्थिक नुकसान होता है. ऐसा भी कहा जाता है कि रात के समय सीटी बजाकर व्यक्ति जाने-अनजाने में संकट को आमंत्रित करता है. आपको भले सीटी बजाकर अच्छा लगता हो, लेकिन रात में सीटी बजाना अन्य लोगों की मानसिकता को भंग कर सकता है. एक मान्यता यह है कि रात के समय सीटी बजाने से बुरी आत्माएं सक्रिय हो जाती हैं. भारत में कुछ लोग ऐसा मानते हैं कि रात के समय सीटी बजाना सांप को आमंत्रित करना होता है. रात के समय सीटी न बजाने की प्रचलित मान्यता के अनुसार, इससे शनि देव और भैरव नाराज हो जाते हैं.
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