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जेएन मेडिकल कॉलेज अलीगढ़ – फोटो : संवाद
विस्तार
एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज में स्किन बैंक बनेगा। इसके लिए प्लास्टिक सर्जरी विभाग ने उच्च शिक्षा वित्तपोषण एजेंसी (एचईएफए) को प्रस्ताव भेज दिया है। अलीगढ़ मंडल में यह अपनी तरह का पहला स्किन बैंक होगा। इस बैंक में दानदाताओं की स्किन को सुरक्षित रखा जाएगा। गंभीर मरीजों के झुलसे अंग पर स्किन लगाकर उसे बेहतर बनाया जाएगा।
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जेएन मेडिकल कॉलेज के प्लास्टिक सर्जरी विभाग में रोजाना 5-6 झुलसे मरीज पहुंच रहे हैं। इनमें दो मरीजों की हालत गंभीर होती है। 40 फीसदी झुलसे मरीजों को 3-4 सप्ताह तक वार्ड में रहना पड़ता है, जबकि 40 फीसदी से ज्यादा झुलसे मरीजों का ऑपरेशन होता है। अभी तक स्किन बैंक न होने से कुछ मरीजों के झुलसे अंग को बेहतर बनाने के लिए उन्हें दिल्ली रेफर किया जाता है। मेडिकल कॉलेज में स्किन बैंक बनने से अलीगढ़, बुलंदशहर, हाथरस, एटा, कासगंज, फिरोजाबाद सहित पश्चिम यूपी के जिलों के आग से झुलसे गंभीर मरीजों को इलाज की सुविधा मिलेगी। उन्हें इलाज के लिए नोएडा और दिल्ली नहीं जाना पड़ेगा।
देहांत के छह घंटे बाद तक ली जा सकती स्किन
मेडिकल कॉलेज में स्किन बैंक की बेहद जरूरत है। किसी व्यक्ति के देहांत के छह घंटे बाद तक स्किन ली जा सकती है। स्किन बैंक में स्किन को सुरक्षित रखा जाएगा, जिसकी मियाद 3-4 सप्ताह तक होगी। किसी भी मृत व्यक्ति की जांघ, पेट, पीठ, पैर और कमर के हिस्से से 0.018 इंच से 0.005 इंच तक मोटी स्किन ली जा सकती है।
उच्च शिक्षा वित्तपोषण एजेंसी को मेडिकल कॉलेज में बर्न सेंटर बनाने के लिए प्रस्ताव भेजा है। करीब 20 करोड़ रुपये से बर्न सेंटर बनेगा। इसमें स्किन बैंक, आईसीयू, ऑपरेशन थियेटर, एडवांस्ड ड्रेसिंग की सुविधा होगी। स्किन बैंक होने से जले हुए मरीजों का बेहतर इलाज हो सकेगा। वह पहले की तरह ही दिखने लगेंगे। इससे मरीजों में आत्मविश्वास पैदा होगा।-डॉ. मोहम्मद फहुद खुर्रम, अध्यक्ष, प्लास्टिक सर्जरी विभाग जेएन मेडिकल कॉलेज।