Vijaya Ekadashi 2025 Parana Time: विजया एकादशी का व्रत पारण 25 फरवरी 2025 को सुबह 6.50 से सुबह 9.08 के बीच किया जाएगा. विजया एकादशी का सभी एकादशी की तिथियों में विशेष महत्व है. एकदशी व्रत में पारण को धारणा है कि यदि इसकी समाप्ति नियम से न की जाए तो इस व्रत का पूर्ण लाभ प्राप्त नहीं होता है.

एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि समाप्त होने से पहले करना जरूरी माना जाता है. ऐसा न करने पर पाप निष्फल हो जाता है. अगर द्वादशी तिथि सूर्योदय से पहले समाप्त हो जाती है तो एकादशी व्रत का पारण सूर्योदय के बाद ही किया जाता है. पारण में मुहूर्त का विशेष ध्यान रखा जाता है, मान्यता है कि इस व्रत का पारण विधि पूर्वक ही करना चाहिए.

विजया एकादशी पारण तिथि के दिन द्वादशी समाप्त होने का समय दोपहर 12:47 का है.इससे पहले ही व्रत खोल लें. नहीं तो पाप के भागी बनते हैं.
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एकादशी का व्रत खोलने से पहले भगवान विष्णु की विधि विधान पूजा करें. इसके बाद ब्राह्मणों या जरूरतमंदों को भोजन कराएं और उन्हें दान-दक्षिणा भी दें.

श्रीहरि को ऋतु फल या खीर का भोग लगाएं उसके बाद पूजा में जाने-अनजाने में हुई गलतियों की माफी मांगें और फिर आरती करें. इस दिन गलती से भी किसी को अपशब्द न बोलें.

एकादशी का व्रत पारण करते समय सबसे पहले जल और तुलसी दल ग्रहण करें. फिर शाकाहार भोजन करें. तला गरिष्ठ भोजन न खाएं. चावल खाना शुभ होता है.
Published at : 24 Feb 2025 06:31 PM (IST)
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