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एक तेलुगु एक्ट्रेस जिसकी फिल्मों के लड़के दीवाने हुआ करते थे. कमल हासन के साथ और रजनीकांत के साथ भी ये एक्ट्रेस काम कर चुकीं थीं. अपने करियर में इन्होंने 450 से ज्यादा फिल्मों में काम किया.फिर भी कभी स्टार एक्ट्रेस नहीं बन पाईं.
नई दिल्ली. वो बदकिस्म्त एक्ट्रेस, जिन्होंने हर तरह के रोल निभाए. इनके एक रोल को निभाकर तो बॉलीवुड की एक हसीना का करियर चमक पड़ा था. ये एक्ट्रेस उस दौर में 1 लाख रुपए चार्ज करती थीं. जब टॉप एक्ट्रेस की भी इतनी फीस नहीं हुआ करती थी.

वो जानी मानी एक्ट्रेस कोई और नहीं साउथ की जानी मानी एक्ट्रेस सिल्क स्मिता हैं. जिन्हें कभी स्टार हीरोइन का दर्जा नहीं मिला. अपने करियर में ऐसा कोई रोल नहीं है जो उन्होंने न किया हो. उन्होंने बी ग्रेड फिल्मों और आइटम सॉन्ग्स से लड़कों को दीवाना बनाया है.

कितनी एक्ट्रेस ऐसी हैं,जिन्होंने 100 से ज्यादा फिल्मों में काम किया. लेकिन सिल्क ने 450 से ज़्यादा फिल्मों में काम किया और सबको प्रभावित किया. लेकिन उन्हें स्टार हीरोइन का दर्जा नहीं मिला.

उनके करियर में ऐसा कोई रोल नहीं है जो उन्होंने न किया हो. बी ग्रेड फिल्मों और आइटम सॉन्ग्स से लड़कों को दीवाना बनाने वाली वो दिवंगत हीरोइन कोई और नहीं बल्कि सिल्क स्मिता हैं.सिल्क स्मिता का असली नाम वदलापति विजयलक्ष्मी था. फिल्मों में आने के बाद उन्होंने अपना नाम बदल लिया. उनका जन्म 1960 में आंध्र प्रदेश के एक गरीब परिवार में हुआ था. आर्थिक तंगी के कारण उन्होंने चौथी कक्षा में ही पढ़ाई छोड़ दी थी. बाद में, उनके माता-पिता ने 14 साल की उम्र में उनकी ज़बरदस्ती शादी कर दी. अपने पति की हिंसा बर्दाश्त न कर पाने के कारण उन्होंने दो साल बाद ही उन्हें छोड़ दिया. बाद में वह चेन्नई चली गईं.

चेन्नई में मेकअप आर्टिस्ट के तौर पर काम करने वाली स्मिता ने उन्हीं संपर्कों के ज़रिए फ़िल्मी दुनिया में कदम रखा. उनकी पहली फ़िल्म 1979 में आई मलयालम फ़िल्म ‘इनाये थेडी’ थी. उन्हें 1980 में रिलीज़ हुई तमिल फ़िल्म ‘वंडीचक्करम’ से पहचान मिली. इसमें ‘सिल्क’ के किरदार ने उन्हें फ़िल्मी नाम सिल्क स्मिता बना दिया. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. उन्होंने अपने करियर में 450 से ज़्यादा फ़िल्मों में काम किया.

80 और 90 के दशक में स्मिता ने तमाम स्टार हीरो के साथ स्क्रीन शेयर की. उन्होंने साउथ की सभी भाषाओं में काम किया और लोगों को प्रभावित किया. हीरोइन के तौर पर भले ही उन्हें मौके नहीं मिले, लेकिन ग्लैमर रोल, बोल्ड सीन और आइटम सॉन्ग से उन्होंने अपना क्रेज बढ़ाया. उस दौर में वह लड़कों की पसंदीदा स्टार बन गईं. इस लोकप्रियता के साथ उन्हें मोटी फीस भी मिली. 90 के दशक में वह हर फिल्म के लिए 1 लाख रुपये लेती थीं. यह उस समय की टॉप हीरोइनों को मिलने वाली रकम से कहीं ज्यादा था. इस तरह एक दौर में सिल्क स्मिता साउथ की फिल्मों में सबसे ज्यादा फीस लेने वाली अभिनेत्री के तौर पर जानी जाने लगीं.

सिल्क स्मिता का फ़िल्मी करियर तो सफल रहा, लेकिन निजी ज़िंदगी में उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा. वह प्यार में नाकामी और पैसों की तंगी से परेशान थीं. इस वजह से वह डिप्रेशन से जूझती रहीं और अकेली रह गईं. आखिरकार 23 सितंबर, 1996 को उन्होंने चेन्नई स्थित अपने घर में फांसी लगा ली. उस समय उनकी उम्र सिर्फ 35 साल थी. उस समय ऐसी खबरें आईं कि सिल्क स्मिता ने आत्महत्या कर ली है. एक सुसाइड नोट भी मिला था, जिसके बारे में उन्होंने कहा था कि वह उन्होंने ही लिखा था. लेकिन उसमें क्या लिखा था, यह आज भी एक रहस्य बना हुआ है.

सिल्क स्मिता के जीवन पर 2011 में ‘द डर्टी पिक्चर’ नामक एक बॉलीवुड फिल्म बनी थी. विद्या बालन का करियर भी उनका रोल निभाकर ही चमका था. उनके परिवार वालों ने इस बात पर आपत्ति जताई थी कि फिल्म में स्मिता का गलत चित्रण किया गया है. स्मिता की मृत्यु के बाद भी, निर्माताओं ने उनकी लोकप्रियता का भरपूर फायदा उठाया. जिस मलयालम बी-ग्रेड फिल्म ‘लयणम’ में उन्होंने अभिनय किया था, उसे हिंदी में ‘रेशमा की जवानी’ नाम से डब किया गया था. 2002 में रिलीज़ हुई यह डब फिल्म सुपरहिट रही.
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