रविवार 7 सितंबर 2025 को भारत में पूर्ण चंद्र ग्रहण लगा. ग्रहण के दौरान चांद सूर्ख लाल रंग का नजर आया, जिसे देखने की बेसब्री पहले से ही लोगों में थी और देखने के बाद भी यह चर्चा का विषय बना हुआ है. देशभर के विभिन्न हिस्सों में ग्रहण के दौरान दुर्लभ ब्लड मून देखा गया.

बता दें कि पूर्ण चंद्र ग्रहण को लाल चांद या ब्लड मून कहते हैं. क्योंकि जैसे ही पृथ्वी की छाय़ा चंद्रमा की सतह पर पड़ती है तो चंद्रमा का रंग लाल हो जाता है. नासा के अनुसार, ग्रहण के समय पृथ्वी के वायुमंडल में जितनी अधिक धूल या बादल होंगे, चंद्रमा उतना ही अधिक लाल दिखाई देगा.

खगोल वैज्ञानिकों की माने तो अब फिर से आसमान में ऐसा दुर्लभ नजारा यानी लाल चांद 177 दिन बाद देखा जा सकेगा, जोकि भारत में 2-3 मार्च 2026 को दिखाई देगा.

177 दिन बाद दिखाई देने वाला ब्लड मून खासकर उन लोगों के ज्यादा खास रहेगा, जोकि किसी कारण इस वर्ष ब्लड मून नहीं देख सके. साथ ही उन देशों के लिए भी खास रहेगा, जहां इस साल लाल चांद नजर नहीं आया. बता दें कि, न्यूयॉर्क या संयुक्त राज्य अमेरिका में 7 सितंबर को लाल चांद नहीं देखा गया.

2025 के बाद अब अगला चंद्र ग्रहण 2-3 मार्च 2026 को लगेगा. खगोल वैज्ञानिकों के अनुसार इस दौरान एक बार फिर से आसमान में चंद्रमा का मनमोहक दृश्य देखा जा सकते हैं. भारत के साथ ही इसे उत्तरी अमेरिका के कुछ हिस्सों और अन्य देशों में भी देखा जा सकेगा.

बता दें कि, बीते 7 सितंबर को भारत में पूर्ण चंद्र ग्रहण लगा. ग्रहण की शुरुआत रात 09:58 पर हुई और देर रात करीब 01:27 पर चंद्र ग्रहण समाप्त हो गया. यह साल 2025 का सबसे लंबा ग्रहण था.
Published at : 08 Sep 2025 08:01 AM (IST)
ऐस्ट्रो फोटो गैलरी