मथुरा में कॉलोनियों में भरा बाढ़ का पानी
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
विस्तार
मथुरा में 1978 में आई बाढ़ से हालात बहुत विकराल हुए थे। दो सौ गांव बाढ़ की चपेट में आ गए थे और करीब दो लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए थे। साथ ही हजारों एकड़ फसलें भी जलमग्न हो गई थीं। यहां तक कि द्वारिकाधीश मंदिर की सीढि़यां तक डूब गईं थीं। हालात इतने विकराल थे कि घाटों, मंदिरों और तटवर्ती बस्तियों ने बाढ़ त्रासदी की गहरी छाप छोड़ी थी। बाढ़ के जख्म ऐसे थे कि वर्तमान स्थिति को देखकर लोगों की यादें फिर से ताजा हो गई हैं।
